नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री जिबेश कुमार ने कहा कि डाटा विश्लेषण, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे 80 स्टार्टअप ने पटना में मुफ्त बिजली के साथ दफ्तर के लिए जगह को लेकर आवेदन किये हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि राज्य सरकार स्टार्टअप को आकर्षित करने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है। इसमें मौजूदा योजना के तहत लाभों का विस्तार शामिल है।श्रम संसाधन विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल रहे कुमार ने कहा, ‘‘अब तक 82 स्टार्टअप ने ऑफिस के लिये जगह को लेकर आवेदन किये हैं। हमने बिस्कोमान टॉवर में स्टार्टअप के लिए एक अस्थायी व्यवस्था की है। वहां हम छह महीने के लिए मुफ्त बिजली के साथ बिना किराये के स्थान की पेशकश कर रहे हैं। इस लाभ को और 2 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय बिहार में 19 लाख नौकरियों का वादा किया था और आईटी क्षेत्र में रोजगार सृजन की काफी संभावनाएं हैं। बिहार के मंत्री ने कहा, ‘‘हमने वैश्विक बैठक में निवेशकों, उद्यमियों से संपर्क किया और बिहार के बारे में धारणा को स्पष्ट किया।’’ कुमार ने कहा, ‘‘बहुत से लोग प्रभावित हुए और हमसे जगह की मांग की। हम राज्य में नए आईटी पार्क स्थापित किये जाने तक स्टार्टअप के लिए लगभग 12,000 वर्ग फुट खाली जगह की पेशकश कर रहे हैं।’’ बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने 60 लोगों के बैठने की क्षमता वाले कॉल सेंटर के साथ 78 वर्कस्टेशन और 33 केबिन बनाए हैं। राज्य सरकार पटना, बिहटा, राजगीर, भागलपुर और दरभंगा में आईटी पार्क विकसित कर रही है। राज्य के 5 जिलों में आईटी पार्क स्थापित करने के साथ ही राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर सबसे बड़ा आईटी टावर बनाने की योजना बनाई है। कुमार ने कहा, ‘‘बिहार के कई लोग देश के कई हिस्सों में कॉल सेंटर चला रहे हैं। हम उन्हें बिहार आमंत्रित करना चाहते हैं और उन्हें एक अवसर प्रदान करना चाहते हैं। कई लोगों ने रूचि दिखाई है…।’’