नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन मई माह के दौरान एक साल पहले के मुकाबले 16.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह वृद्धि पिछले साल का निम्न तुलनात्मक आधार होने और प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन बढ़ने से हासिल हुई। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है। पिछले साल मई में कोविड- 19 संक्रमण प्रसार पर नियंत्रण के लिये देशव्यापी लॉकडाउन के कारण इन आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 21.4 प्रतिशत की बडी गिरावट दर्ज की गई थी। इस साल मार्च में इन उद्योगों में 11.4 प्रतिशत और अप्रैल महीने में 60.9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की गई। अप्रैल 2021 में हासिल ऊंची वृद्धि की भी प्रमुख वजह एक साल पहले का तुलनात्मक आधार काफी नीचे रहना है। अप्रैल 2020 में भी देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कारोबारी गतिविधियां पूरी तरह से बंद रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मई21 में बुनियादी क्षेत्र के उद्योगों में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 20.1 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन 15.3 प्रतिशत, इस्पात उत्पादन एक साल पहले मई के मुकाबले इस साल मई में 59.3 प्रतिशत, सीमेंट का 7.9 प्रतिशत, बिजली उत्पादन 7.3 प्रतिशत बढ़ा है। वही पिछले साल इन क्षेत्रों में मई महीने में उत्पादन क्रमश: 16.8 प्रतिशत, 21.3 प्रतिशत, 40.4 प्रतिशत, 21.4 प्रतिशत और 14.8 प्रतिशत घटा था। यही वजह है कि पिछले साल की बड़ी गिरावट के ऊपर इस साल उत्पादन में अच्छी वृद्धि दिख रही है। कोयला उत्पादन में भी मई 2021 में 6.9 प्रतिशत वृद्धि रही जबकि पिछले साल इसमें 14 प्रतिशत गिरावट रही थी। दूसरी तरफ उर्वरक और कच्चे तेल में मई में गिरावट दर्ज की गई। चालू वित्त वर्ष के शुरुआती दो माह अप्रैल और मई में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 35.8 प्रतिशत रही जबकि पिछले साल इन दोनों महीनों में उत्पादन 29.4 प्रतिशत घटा था। पीएचडी वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा मई 2021 में जो वृद्धि हासिल की गई है वह मुख्य तौर पर इस्पात, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, सीमेंट और बिजली क्षेत्र के समर्थन से हासिल हुई है। बहरहाल, माह दर माह यदि देखा जाये तो मई 2021 में विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति के चलते मूलभूत उद्योगों की वृद्धि दर में 3.7 प्रतिशत कमी आई है। इक्रा की मुख्य अर्थशासत्री आदिति नायर ने कहा कि तुलनात्मक आधार पहले से कम गड़बड़ होने होने और राज्यों में कोविड की रोक थाम के लिए लागू पाबंदियों का विस्तार होने से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि का मई का आकड़ा अप्रैल के 61 प्रतिशत की उछाल के समक्ष ज्यादा सपाट दिख रखा रहा है। मई में बुनियादी ढांचा क्षेत्र का सूचकांक कोविड- पूर्व के मई 2019 के मुकाबले 8 प्रतिशत नीचे है।