नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) भारत का सार्वजनिक क्लाउड सेवा बाजार 2020-25 के दौरान 24.1 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 2025 तक 10.8 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। क्लाउड सर्विसेज का मतलब सार्वजनिक इंटरनेट पर तीसरे पक्ष के प्रदाताओं द्वारा मुहैया करायी जाने वाली कंप्यूटिंग सेवाओं से है जिनका इस्तेमाल कोई भी कर सकता है। भारत के सार्वजनिक क्लाउड सेवा (पीसीएस) बाजार में इंफ्रास्ट्रक्चर-एज-ए-सर्विस (आईएएएस), प्लेटफॉर्म-एज-ए-सर्विस (पीएएएस) समाधान और सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) शामिल हैं। आईडीसी ने बताया कि 2021 की पहली छमाही (जनवरी-जून) में उसका कुल राजस्व 2.2 अरब डॉलर था। आईडीसी इंडिया की सहायक अनुसंधान निदेशक (क्लाउड और कृत्रिम मेधा) रिशु शर्मा ने कहा, “नवाचार, सहयोग एवं डिजिटल परिवर्तन के लिए क्लाउड आधारभूत स्तंभ बना हुआ है और इसे भारत में उद्यमों द्वारा तेजी से अपनाया जा रहा है।”