नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) भारत ने कृषि निर्यात को बढ़ाने के उद्देश्य से प्यूर्टो रिको, यमन और पोलैंड सहित नए गंतव्यों के लिए चावल और गेहूं जैसे अनाज का निर्यात शुरू किया है। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। भारत ने नौ देशों को गैर-बासमती चावल की खेप भेजी, जिनमें तिमोर-लेस्ते, प्यूर्टो रिको, पापुआ न्यू गिनी, जिम्बाब्वे, बुरुंडी, एस्वातिनी और निकारागुआ शामिल हैं। इन स्थानों पर पहली बार निर्यात किया गया था या फिर पहले निर्यात की खेप कम मात्रा की और छोटी थी। वर्ष 2019-20 में इन नौ देशों को चावल निर्यात की कुल मात्रा 197 टन थी और वर्ष 2020-21 में यह बढ़कर 1.53 लाख टन हो गई है। इसी तरह, भारत ने वर्ष 2020-21 के दौरान सात नए देशों – यमन, इंडोनेशिया, भूटान, फिलीपीन, ईरान, कंबोडिया और म्यांमार को पर्याप्त मात्रा में अनाज का निर्यात किया है। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘इन सात देशों को वर्ष 2018-19 में गेहूं का निर्यात नहीं हुआ और वर्ष 2019-20 में केवल चार टन अनाज का निर्यात किया गया। इन देशों को गेहूं के निर्यात की मात्रा वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1.48 लाख टन हो गई।’’ चावल और गेहूं को छोड़कर, अन्य अनाज के निर्यात के मामले में, भारत ने वर्ष 2020-21 में बाकी अनाज सूडान, पोलैंड, बोलीविया, कोलंबिया, कांगो और घाना जैसे नए गंतव्यों को भेजे। मंत्रालय ने कहा, “भारत के अनाज के कुल निर्यात में वर्ष 2020-21 में भारी वृद्धि हुई है जहां गैर-बासमती चावल का निर्यात 136.04 प्रतिशत बढ़कर 479.454 करोड़ डॉलर का रहा जबकि गेहूं 774.17 प्रतिशत बढ़कर 54.916 करोड़ डॉलर पहुंच गय। अन्य अनाज (बाजरा, मक्का और अन्य मोटे अनाज) 238.28 प्रतिशत बढ़कर 69.414 करोड़ डॉलर का रहा।’’