नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) भारत ने एक घरेलू कंपनी की शिकायत के बाद कोरिया, जापान, सिंगापुर से जिंक की कलई वाले इस्पात (इलेक्ट्रोगैल्वेनाइज्ड स्टील) की कथित डंपिंग की जांच शुरू की है। इस इस्पात का ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों में इस्तेमाल होता है। अमेरिकन प्रीकोट स्पेशियलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने तीनों देशों से जिंक की कलई वाले इस्पात के आयात से संबंधित डंपिंग जांच के लिए व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) के पास आवेदन किया था। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाला डीजीटीआर यह पता लगाएगा कि क्या उत्पाद को भारत में इन देशों की फर्मों द्वारा डंप किया जा रहा है और क्या यह घरेलू उद्योग को प्रभावित कर रहा है। यदि जांच में यह पाया जाता है कि डंपिंग घरेलू कंपनियों के मार्जिन को नुकसान पहुंचा रहा है, तो डीजीटीआर स्थानीय उद्योग को सस्ते आयात से बचाने के लिए डंपिंग रोधी शुल्क की सिफारिश करेगा।