कोलंबो, दो जुलाई (भाषा) भारत ने श्रीलंका को जैविक खेती में मदद की पेशकश की है। इससे श्रीलंका सतत और स्वस्थ तरीके से खाद्य सुरक्षा हासिल कर पाएगा। यहां अधिकारियों के साथ ऑनलाइन चर्चा में श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कहा कि भारत जैविक खेती की ओर बदलाव के लिए श्रीलंका को सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत, श्रीलंका को तकनीकी ज्ञान, क्षमता निर्माण प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के अलावा विशेषज्ञों के रूप में भी मदद कर सकता है। साथ ही वह शोध संस्थानों के साथ गठजोड़ के लिए भी तैयार है। बागले ने कहा कि दोनों देशों की जैव प्रौद्योगिकी कंपनियां श्रीलंका में संयुक्त उद्यम स्थापित करने की संभावना तलाश सकती हैं। बागले ने कहा कि श्रीलंका खाद्य सुरक्षा के प्रबंधन में भारत के व्यापक अनुभव का लाभ उठा सकता है। उच्चायुक्त ने कहा कि जैविक खेती पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल होती है। साथ ही यह उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अच्छी होती है। श्रीलंका के किसान संगठनों ने पिछले महीने सरकार के रसायनिक उर्वरक के आयात पर रोक के फैसले के खिलाफ आंदोलन किया था। सरकार ने कहा था कि किसानों को 100 प्रतिशत जैविक उर्वरक के इस्तेमाल की संभावना तलाशनी चाहिए।