कोलंबो, 17 जून (भाषा) भारत ने श्रीलंका को सौर ऊर्जा क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता दी है, जिससे 2030 तक देश की कुल ऊर्जा जरूरतों का 70 प्रतिशत हिस्सा अक्षय ऊर्जा स्रोतों से पूरा हो सकेगा। इस संबंध में श्रीलंका सरकार और भारतीय निर्यात-आयात बैंक के बीच हस्ताक्षरित एक समझौते का आदान-प्रदान श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे की उपस्थिति में श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले और ट्रेजरी सचिव एस आर अट्टीगले ने बुधवार को किया। बागले ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘भारत और श्रीलंका के बीच बहुआयामी साझेदारी में एक शानदार नया अध्याय! माननीय राष्ट्रपति महामहिम गोतबाया राजपक्षे की उपस्थिति में आज सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए श्रीलंका को 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण सहायता के एक समझौते का आदान-प्रदान किया गया।’’ भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा कि इस समझौते से विभिन्न परियोजनाओं के वित्तपोषण में मदद मिलेगी, जिनकी घोषणा मार्च 2018 में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के पहले सम्मेलन के दौरान की गई थी। एक बयान में कहा गया कि भारत इस क्षेत्र में श्रीलंका के साथ साझेदारी करने वाला पहला देश है, जिसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 2030 तक श्रीलंका की कुल बिजली जरूरतों का 70 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से पूरा किया जाए।