नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि पीएनबी घोटाले नीरव मोदी , मेहुल चौकसी और भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की करीब 40 फीसदी रकम की वसूली धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री से हुई है। जांच एजेंसी ने कहा कि माल्या को उधार देने वाले बैंकों के गठजोड़ की ओर से ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने बुधवार को यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड (यूबीएल) के 5,800 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे, जिन्हें एजेंसी ने पीएमएलए (मनी लांडरिंग कानून के) प्रावधानों के तहत जब्त किया था। ईडी के अनुसार इस ताजा बिक्री के साथ कुल 9,041.5 करोड़ रुपये की वसूली हो गई है, जो इन तीनों की कुल 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की कथित धोखाधड़ी का 40 प्रतिशत है। इस बारे में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘‘भगोड़े और आर्थिक अपराधियों का लगातार पीछा किया जाएगा, उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी और बकाया वसूल किया जाएगा।’’ गौरतलब है कि धोखाधड़ी के आरोपी माल्या, नीरव मोदी और चौकसी विदेश भाग गए हैं और इन तीनों के खिलाफ ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं। पीएनबी धोखाधड़ी मामले में हीरा व्यापारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी और अन्य ने कथित तौर पर 13,000 करोड़ रुपये का गबन किया, जबकि एक दूसरे मामले में माल्या द्वारा शुरू की गई किंगफिशर एयरलाइंस के जरिए 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। ईडी ने कहा कि इन तीनों ने अपनी कंपनियों के जरिए धन की हेराफेरी की, जिसके चलते बैंकों के समूह को 22,000 करोड़ रुपये (निश्चित संख्या में 22,585.83 करोड़ रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ। ईडी ने इन दो मामलों में कुल 18,170.02 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क और जब्त की है, जिसमें से 969 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्ति शामिल है। . ईडी ने कहा, ‘‘जब्त की गई संपत्ति का मूल्य बैंकों के कुल 22,585.83 करोड़ रुपये के नुकसान का 80.45 प्रतिशत है।’’जांच एजेंसी ने बुधवार को यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड (यूबीएल) के 5,800 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे, जिन्हें एजेंसी ने पीएमएलए प्रावधानों के तहत जब्त किया था। ईडी ने यह कुर्की 65 वर्षीय माल्या के खिलाफ अपनी आपराधिक जांच के हिस्से के रूप में की। माल्या इस समय ब्रिटेन में हैं। ईडी ने कहा कि मुंबई में विशेष पीएमएलए अदालत के निर्देश पर उसने जब्त किए गए शेयर (यूबीएल के लगभग 6,600 करोड़ रुपये के शेयर) एसबीआई की अगुवाई वाले गठजोड़ को सौंपा, जिसके बाद डीआरटी ने यह कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने कहा, ‘‘कुल 9,041.5 करोड़ रुपये की संपत्ति, जो बैंकों को हुए कुल नुकसान का 40 प्रतिशत है, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को सौंप दी गई है।’’ जांच एजेंसी ने आगे कहा कि शेयरों की बिक्री से 800 करोड़ रुपये की और वसूली 25 जून तक होने की उम्मीद है।