ग्रेटर नोएडा, 28 जून (भाषा) यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 70वी बोर्ड बैठक सोमवार को संपन्न हुई। बैठक में 4,110.13 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी गई। बजट की अधिकांश धनराशि भूमि अधिग्रहण, क्षेत्र के विकास, जेवर हवाईअड्डे में अंशदान व मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के कार्यों पर खर्च की जायेगी। यमुना विकास प्राधिकरण ने सभी प्रकार के भूमि आवंटन पर 5 प्रतिशत की वृद्धि की है। यमुना प्राधिकरण की 70वीं बोर्ड बैठक की जानकारी देते हुए सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन व औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि इसमें लिए गए मुख्य निर्णय में यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर एयरपोर्ट के पास आतंकवादी निरोधक दस्ता कार्यालय, दो महिला थाने के लिए भूमि आवंटन किया गया है। बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (फॉर्मूला वन रेस) का निरस्त आवंटन बहाल कर इसे दोबारा से जेपी समूह को चलाने की अनुमति दी गई है। जेपी समूह 10 प्रतिशत पैसा जमा कराकर इसे दोबारा से चालू कर सकता है। इसके बाद यहां पर फिर से फॉर्मूला वन रेस शुरू हो सकती है। उन्होंने बताया कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आवंटित होने वाली से सभी प्रकार की जमीनों के मूल्य में 5 प्रतिशत इजाफा किया गया है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए विगत 2 वर्ष से जमीन आवंटन की दरें बढ़ाई नहीं गई थी। दूसरी ओर किसानों को दिए जाने वाला मुआवजा बढ़ाया गया था। ऐसे में जमीन की लागत बढ़ गई थी। सीईओ ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में 4,110.13 करोड़ के भुगतान का लक्ष्य है। इसका मुख्य कारण भू-अधिग्रहण, विकास कार्य, जेवर एयरपोर्ट में अंशदान व मल्टी माडल कनेक्टिविटी कार्यो का निष्पादन का लक्ष्य है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में जेवर एयरपोर्ट के लिए पूंजीगत अंशदान के मद में 540.00 करोड़, मल्टी माडल कनेक्टिविटी के लिए 300.00 करोड का लक्ष्य रखा गया है। बोर्ड बैठक में यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह के अलावा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ नरेन्द्र भूषण सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।