मुंबई, 17 जून (भाषा) रुपये में बृहस्पतिवार को यानी आठवें कारोबारी सत्र में भी गिरावट जारी रही। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा उम्मीद से पहले ब्याज दर बढ़ाये जाने का संकेत देने से विदेशों में डॉलर में मजबूती रही। इससे बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 76 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 74 रुपये के स्तर से नीचे चला गया। अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73.65 पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान इसमें और गिरावट आई तथा अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 76 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ प्रति डालर 74.08 पर बंद हुआ। बुधवार को रुपया 73.32 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान रुपये में 73.57 के उच्च स्तर और 74.08 के निम्न स्तर के बीच घट बढ़ हुई। बृहस्पतिवार तक के पिछले आठ कारोबारी सत्रों के दौरान रुपये में 128 पैसे की गिरावट आ चुकी है। इस बीच छह प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.60 प्रतिशत बढ़कर 91.67 हो गया। शेरखान बाय बीएनपी परिबास के शोध विश्लेषक सैफ मुकादम ने कहा, ‘‘डॉलर के मजबूत होने से रुपये में गिरावट रही। इसके साथ ही वैश्विश्क बाजारों में जोखिम से बचने और आर्थिक मोर्चे पर निराशाजनक आंकड़ों से रुपये पर दबाव रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने बाजार को यह संकेत देकर चकित कर दिया कि वह उम्मीद से पहले दर में वृद्धि कर सकता है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक केन्द्रीय बैंक अपनी मानक दर को जो कि इस समय शून्य के करीब है 2023 के अंत तक बढ़ाकर 0.6 प्रतिशत तक ले जा सकता है। ’’ कोविड की दूसरी लहर को देखते हुये बाजार भागीदारों का मानना है कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार की उम्मीदों को झटका लगा है। ऐसे में डालर के मुकाबले रुपया 73.25 से लेकर 74.15 रुपये प्रति डालर के दायरे में रह सकता है। ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 0.12 प्रतिशत की तेजी के साथ 74.48 डॉलर प्रति बैरल पर बोला गया। इस बीच बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजारों में शुद्ध बिकवाल रहे। इस दौरान उन्होंने 870.29 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।