नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) जी सी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि लेखा परीक्षा और कार्यपालिका की सोच और लक्ष्य समान हैं। मुर्मू ‘राज्य विकास के लिए शासन रणनीति’ विषय पर आयोजित एक ऑनलाइन वैश्विक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। मुर्मू के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘उनके बीच (लेखा परीक्षा और कार्यपालिका) के बीच कोई अलग संबंध नहीं है और उनके लक्ष्य समान हैं।’’ इंस्टिट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा आयोजित वार्षिक निदेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन सरकारी संसाधनों को खर्च करने वाली एजेंसी है, जबकि लेखा परीक्षा सरकार और संसद को सहायता प्रदान करने के लिए सत्यापन एजेंसी है। कैग ने कहा कि सुधारों को शुरू करने और उचित रणनीति तैयार करने की आवश्यकता पर एक व्यापक उत्साह का माहौल है।