नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) देश के सड़क क्षेत्र का वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण आए उतार-चढ़ाव के बावजूद विस्तार हुआ है। इसके साथ आने वाले नये साल में कई राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार होने, अनेक परियोजनाएं पूरी होने तथा कई परियोजनाएं आवंटित किये जाने की उम्मीद है। इस तरह 2022 बीते वर्ष के मुकाबले कहीं बेहतर होने की उम्मीद है। आने वाले साल में दूरदराज के एवं दुर्गम क्षेत्रों तक संपर्क स्थापित करना, सड़क नेटवर्क के प्रमुख बिंदुओं पर भीड़भाड़ कम करना, परिवहन और ‘लॉजिस्टिक’ का एक एकीकृत मल्टी-मॉडल राष्ट्रीय नेटवर्क और महत्वाकांक्षी स्वैच्छिक वाहन कबाड़ नीति पर जोर होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन सचिव गिरिधर अरमाने ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के मामले में अगला वर्ष, वर्तमान वर्ष के मुकाबले बेहतर होगा। हमें उम्मीद है कि कई परियोजनाएं जिनकी निविदा जारी की जा चुकी है, जो इस वर्ष आवंटित की गई हैं और जो कुछ हद तक शुरू हो चुकी हैं, वे पूरी हो जाएंगी।’’ कोरोना वायरस ने बीते लगभग दो वर्ष में कई क्षेत्रों को किसी न किसी समय प्रभावित किया। सड़क क्षेत्र में भी अवरोध आए लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के मामले में प्रगति शानदार रही। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का वर्तमान वित्त वर्ष में प्रतिदिन 40 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण का लक्ष्य है। अरमाने ने कहा, ‘‘वर्तमान वित्त वर्ष के मुकाबले हमारी उपलब्धि और अधिक होगी। भारतमाला परियोजना और राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यक्रम के तहत कई परियोजनाएं आवंटित की जानी हैं।’’ सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने उन परियोजनाओं की पहचान की है जो अगले वर्ष भारतमाला परियोजना के तहत आवंटित की जानी है। अरमाने ने कहा, ‘‘देश में भीड़भाड़ वाले बिंदुओं की हमने पहचान की है, ऐसे आर्थिक केंद्रों की भी पहचान की है जिनके बीच यातायात का दबाव बहुत अधिक रहता है। इन्हें सड़कों के जरिए प्रभावी रूप से जोड़ने की जरूरत है।’’ सड़क संपत्तियों के बाजार पर चढ़ाने के संबंध में, अरमाने ने बताया कि राज्य एजेंसियों द्वारा बनाई गई सभी सड़कों को अल्पावधि के लिए, एक से तीन साल या फिर 15-25 साल के लंबी अवधि के लिये मौद्रिकरण किया जा रहा है। इस वर्ष भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पहले ‘अवसंरचना निवेश न्यास (इनविट)’ के तहत 5,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाई गई है। दूसरे प्रस्तावित इनविट के बारे में अरमाने ने कहा, ‘‘हम करीब 2,500-3,000 करोड़ रुपये की योजना बना रहे हैं। निर्गम की तैयारी की जा रही है।’’