नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) विश्व बैंक समूह द्वारा दुनिया के देशों में ‘कारोबार सुगमता रैंकिंग रिपोर्ट’ का प्रकाशन बंद करने के फैसले ने चीन की धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर दिया है। इससे वैश्विक कंपनियों को अपना विनिर्माण स्थल भारत में स्थानांतरित करने के काम में तेजी आएगी। एक सरकारी सूत्र ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि विश्व बैंक समूह ने अनियमितताओं के आरोपों के बाद विभिन्न देशों में निवेश के माहौल से जुड़ी रिपोर्ट का प्रकाशन बंद करने का फैसला किया है। यह फैसला, 2017 में चीन की रैंकिंग को ऊपर करने की खातिर कुछ शीर्ष बैंक अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर दबाव डाले जाने के कारण हुई डेटा संबंधी अनियमितताओं के सामने आने के बाद लिया गया। सूत्र ने कहा, “भारतीय डेटा में कोई अनियमितता नहीं पायी गयी। भारत दुनिया के लिए पसंदीदा निवेश गंतव्य और एक विश्वसनीय, भरोसेमंद गंतव्य बना हुआ है जबकि चीन का आकर्षण कम हो रहा है।” सूत्र ने कहा, “चीन द्वारा की गयी धोखाधड़ी से विनिर्माण कारखानों को भारत में स्थानांतरित करने के लिए आपूर्ति श्रृंखला की मजबूत करने जैसी बहुपक्षीय पहलों को बढ़ावा मिलेगा।” अक्टूबर 2019 में जारी विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट में भारत 14 पायदान की छलांग लगाकर 63वें स्थान पर पहुंच गया था।