नई दिल्ली: एयर इंडिया-विस्तारा एयरलाइन को विलय को मंजूरी मिल गई है। कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया ने विस्तारा के एयर इंडिया में मर्ज करने की अनुमति दे दी है। विस्तार के मर्जर के बाद अब यात्रियों के मामले में एयर इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी घरेलू विमान कंपनी बन जाएगी। ये विलय 2024 तक पूरा होगा। बता दें कि लंबे वक्त से विस्तार के एयर इंडिया में विलय की तैयारी चल रही थी।भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एयर इंडिया और विस्तार के प्रस्तावित विलय को कुछ शर्तों के साथ शुक्रवार को मंजूरी दे दी।टाटा समूह को उसके एयरलाइन कारोबार को बढ़ाने की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। सीसीआई ने सोशल नेटवर्किंग मंच एक्स पर शुक्रवार को बताया कि उसने विलय को मंजूरी दे दी है। उसने कहा, “सीसीआई ने टाटा एसआईए एयरलाइंस के एयर इंडिया में विलय को और पार्टियों द्वारा प्रस्तावित स्वैच्छिक प्रतिबद्धताओं के अनुपालन के अधीन एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस द्वारा कुछ शेयरों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।”विस्तार और एयर इंडिया टाटा समूह की पूर्ण-सेवा वाली एयरलाइंस हैं। विस्तार में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा समूह ने पिछले साल नवंबर में एक सौदे के तहत एयर इंडिया के साथ विस्तार के विलय की घोषणा की, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस भी एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।प्रस्तावित विलय के लिए सीसीआई से इस साल अप्रैल में मंजूरी मांगी गई थी। इसमें टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड (टीएसपीएल), एयर इंडिया लिमिटेड, टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड (टीएसएएल) और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड पक्ष बने हैं। इस सौदे के बाद एयर इंडिया देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन बन जाएगी।