शराब को नष्ट करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है फ्रांस की सरकार, इस वजह से उठा रही ये कदम

नई दिल्ली: फ्रांस की सरकार करोड़ों रुपयों को खर्च करके अपनी शराब नष्ट कर रही है। सरकार वाइन के अतिरिक्त प्रोडक्शन को खत्म करना चाहती है। फ्रांस की सरकार ने ऐलान किया है कि इसके लिए उसने 200 मिलियन यूरो अलग रखे हुए हैं। दरअसल सरकार इसके जरिए वाइन के दामों को नियंत्रित करना चाहती है। इससे सरकार अपने देश में संघर्ष कर रहे स्थानीय वाइन उत्पादकर्ताओं की सहायता कर सकेगी। फ्रांस की सरकार ने बीते दिनों इसका ऐलान किया था। फ्रांस में कई प्रमुख शराब उत्पादक क्षेत्र, विशेष रूप से प्रसिद्ध बोर्डो क्षेत्र, उपभोग की आदतों में बदलाव, जीवनयापन की लागत संकट और कोविड-19 के बाद के प्रभावों की समस्याओं के कारण संघर्ष कर रहे हैं।Wine Production: इन तीन देशों में बनती है दुनिया की आधी वाइन, जानिए भारत कहां है इस रेस मेंइस वजह से कीमतें लुढ़कींस्थानीय किसान संघ के मुताबिक, शराब की मांग में गिरावट के कारण अधिक उत्पादन हुआ है। कीमतों में भारी गिरावट आई है और बोर्डो क्षेत्र में तीन में से एक शराब निर्माता के लिए बड़ी वित्तीय कठिनाइयां हो रही हैं। कृषि मंत्री मार्क फेसन्यू के मुताबिक, शराब नष्ट करने के लिए यूरोपीय संघ के शुरुआती फंड को भी बढ़ा दिया है। सरकार का कहना है कि इससे संघर्ष कर रहे वाइन उत्पादनकर्ताओं के लिए वाइन की कीमतों में मजबूती आएगी जिससे उन्हें मदद मिल सकेगी।Mahua Liquor: एमपी सरकार ले आई महुआ से बनी शराब, नाम और कीमत भी जान लीजिएजरूरतों के बारे में सोचना होगाफेसन्यू के मुताबिक, इतना पैसा खर्च करने का मकसद गिरती कीमतों को रोकना है। इससे वाइन निर्मातओं के आय का स्रोत खत्म ना होने पाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उद्योग को भविष्य में ग्राहकों की बदलती जरूरतों के बारे में सोचना होगा और समय के साथ खुद को ढालना होगा। देश का सबसे बड़ा वाइन इलाकों में से एक दक्षिण पश्चिम लॉन्गडॉक वाइन की गिरती मांग के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।रिपोर्ट के मुताबिक, वाइन को नष्ट करने के बाद जो अल्कोहल हासिल होगा उसे गौर भोजन उत्पादों वाली कंपनियों को बेचा जाएगा जो हैंड सैनेटाइजर, साफ सफाई के उत्पाद और परफ्यूम बनाया करती हैं।