नई दिल्ली: चीन की खस्ताहाल इकॉनमी की हालात किसी से छिपी नहीं है, भले ही चीन अपने मुंह से कुछ न कहे, लेकिन उसकी हालत दुनिया जान चुकी है। जो देश खुद को दुनिया का बॉस मानता हो, आज वो अपनी लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को संभाल नहीं पा रहा है। कोविड के बाद से यहां अमेरिका, यूरोप समेत दुनिया के अधिकांश देश महंगाई बढ़ रही है तो इन सबके उलट चीन में चीजों की कीमत लगातार गिरती जा रही है। चीन में रियल एस्टेट से लेकर खाने-पीने की चीजों के दाम में लगातार गिरावट आ रही है। चीन में बेरोजगारी चरम पर है। चीन में 20% से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं। चीन की इस हालात से अर्थव्यवस्था हिली हुई है। वहीं चीन को चौतरफा झटका लगा है। चीन के निर्यात और आयात के आंकड़े सामने आए हैं, जिसने उसकी टेंशन को और बढ़ा दिया है। वहीं चार प्रमुख पश्चिमी बैंकों ने चीन के लिए अपने 2023 सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास के पूर्वानुमान में कटौती कर दुनिया की फैक्ट्री कहे जाने वाले इस देश को बड़ा झटका दिया है।