मुंबई, 21 जून (भाषा) बीएसई सेंसेक्स सोमवार को शुरूआती कारोबार में बड़ी गिरावट से बाहर निकलते हुए 230 अंक की अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि., भारतीय स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती आयी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 600 अंक से अधिक नीचे चला गया था। बाद में गिरावट से उबरते हुए इसमें तेजी लौटी और अंत में 230.01 अंक यानी 0.44 प्रतिशत मजबूत होकर 52,574.46 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 63.15 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 15,746.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 3.87 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एनटीपीसी का शेयर रहा। इसके अलावा टाइटन, एसबीआई, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक में भी अच्छी तेजी रही। बाजार में तेजी में मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि. और रिलायंस इंडस्ट्रीज का योगदान रहा। दूसरी तरफ, मारुति में सर्वाधिक 0.82 प्रतिशत की गिरावट आई। कंपनी ने कहा है कि वह जरूरी सामानों के दाम में तेजी के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अपने सभी वाहनों के दाम बढ़ाएगी। इसके अलावा टीसीएस, टेक महिंद्रा और एल एंड टी और इन्फोसिस समेत अन्य शेयरों में 0.74 प्रतिशत तक की गिरावट रही। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति को लेकर आक्रमक रुख के कारण घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। हालांकि, बाजार न्यूनतम स्तर से बाहर निकलते हुए अंत में तेजी के साथ बंद हुआ। क्योंकि बाजार प्रधानमंत्री की सभी नागरिकों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की घोषणा से तीव्र आर्थिक पुनरूद्धार की उम्मीद कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का प्रदर्शन बेहतर रहा। इसका कारण निजीकरण को लेकर सरकार के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक के नाम को अंतिम रूप दिये जाने की रिपोर्ट है।’’ रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में सुधार बाजार में तेजी का प्रमुख कारण रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आम बैठक से पहले कंपनी का शेयर मजबूत हुआ और बाजार को संभलने में मदद मिली। वाहन और आईटी को छोड़कर ज्यादातर प्रमुख खंडवार सूचकांक नुकसान से उबरते हुए लाभ में रहे।’’उन्होंने कहा कि निवेशकों ने गिरावट के बाद एक बार फिर छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों में लिवाली को तरजीह दी। एशिया के अन्य बाजारों में ज्यादातर में गिरावट का रुख रहा। हालांकि, यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत मजबूत होकर 73.46 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे टूटकर 74.10 पर बंद हुआ। इधर, स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार सुबह जारी आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में 88 दिन बाद कोविड-19 के सबसे कम 53,256 नए मामले सामने आये। नये मामलों के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 2,99,35,221 हो गए वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 7,02,887 रह गई।