मुंबई, एक जुलाई (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्रों में गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 164 अंक टूटकर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में कमजोर रुख के बीच आईटी और वित्तीय शेयरों में तेज बिकवाली से बाजार नीचे आया।कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट और कमजोर पीएमआई विनिर्माण आंकड़ा से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 164.11 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,318.60 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 41.50 अंक यानी 0.26 प्रतिशत टूटकर 15,680 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फिनसर्व को सर्वाधिक 2.20 प्रतिशत का नुकसान हुआ। इसके अलावा, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी बैंक में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ, डा. रेड्डीज, बजाज ऑटो, सन फार्मा, एशियन पेंट्स और एनटीपीसी समेत अन्य शेयर 2.56 प्रतिशत तक लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘निवेशक खासकर एशिया में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित हैं, जिसके कारण घरेलू बाजार में बिकवाली देखने को मिली। पाबंदियों में ढील के बावजूद जून के लिये पीएमआई विनिर्माण आंकड़ा 48.1 रहा जो पिछले महीने 50.8 था। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, घरेलू संक्रमण की दर में कमी और टीकाकरण में प्रगति बाजार के लिये कुछ सुखद है। जून में वाहनों की बिक्री बढ़ने से यह क्षेत्र सकारात्मक दायरे में रहा।’’ कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी और स्थानीय स्तर पर सख्त प्रतिबंधों के चलते विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में 11 महीनों में पहली बार जून में गिरावट हुई। इसके कारण बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी भी छूट गईं। आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जून में घटकर 48.1 रह गया, जो मई में 50.8 था। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार सीमित दायरे में रहा। वाहन, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों और दवा कंपनियों में तेजी के असर को वित्तीय और आईटी खंड में मुनाफावसूली ने कमजोर किया।’’ एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सोल और तोक्यो नुकसान में रहे। हांगकांग में अवकाश था। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.29 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे टूटकर 74.55 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुद्ध रूप से 1,646.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।