मुंबई, एक अक्टूबर (भाषा) मुद्रास्फीति की चिंता और वैश्विक वृद्धि में कमी से निवेशकों का भरोसा घटने के चलते बीएसई सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन गिरावट हुई। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सूचकांक 360.78 अंक या 0.61 फीसदी की गिरावट के साथ 58,765.58 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 86.10 अंक या 0.49 फीसदी टूटकर 17,532.05 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में सबसे अधिक 3.45 प्रतिशत की गिरावट बजाज फिनसर्व में हुई। इसके अलावा मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी भी गिरने वाले शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर लाभ वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, डॉ रेड्डीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और पावरग्रिड शामिल थे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारत के बुनियादी उद्योग के उत्पादन में अनुकूल वृद्धि के बावजूद घरेलू सूचकांक कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते नुकसान में रहें। यूरो क्षेत्र में सितंबर में 3.4 प्रतिशत की उच्च मुद्रास्फीति, सुस्त वैश्विक वृद्धि और मौजूदा चीनी संकट ने वैश्विक स्तर पर बिकवाली को बढ़ावा दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वाहन क्षेत्र में कमजोर बिक्री के बावजूद त्योहारी मांग की उम्मीद में स्थिरता रही क्योंकि प्रमुख विनिर्माताओं ने बताया है कि सितंबर की बिक्री में गिरावट मुख्य रूप से सेमीकंडक्टर आपूर्ति की कमी के चलते है।’’ सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 1,282.89 अंक या 2.13 प्रतिशत गिरा, जबकि निफ्टी 321.15 अंक या 1.79 प्रतिशत टूट गया। व्यापक आर्थिक मोर्चे पर भारत के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में सितंबर में सुधार हुआ। मौसमी रूप से समायोजित आईएचएस मार्किट भारत विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अगस्त में 52.3 से बढ़कर सितंबर में 53.7 हो गया। इससे व्यावसायिक गतिविधियों में मजबूत विस्तार का संकेत मिलता है। क्षेत्रवार बात करें तो बीएसई के रियल्टी, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी, वित्त और आईटी सूचकांक शुक्रवार को 1.56 फीसदी तक की गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, धातु और स्वास्थ्य संरक्षा बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख (रणनीति) विनोद मोदी ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते प्रमुख सूचकांक लगातार चौथे दिन गिरे। इस दौरान वित्तीय (सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर) और आईटी पर भारी बिकवाली दबाव देखा गया। दूसरी ओर फार्मा, धातु और पीएसयू बैंकों में खरीदारी देखी गई। अन्य एशियाई शेयर बाजारों में टोक्यो और सियोल नुकसान में बंद हुए। शंघाई और हांगकांग के बाजार छुट्टी के चलते बंद थे। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में भी दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख था। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.47 प्रतिशत गिरकर 77.94 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।