नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि सरकार सामानों के निर्यात पर बीमा कवर को बढ़ावा देने के लिये निर्यात रिण गारंटी निगम (ईसीजीसी) में अगले पांच साल के दौरान पूंजी डालेगी जिससे यह और 88,000 करोड़ रुपये तक के निर्यात ऋण की गारंटी ले सकेगा। ईसीजीसी रिण बीमा सेवायें उपलब्ध कराकर निर्यात को बढ़ावा देता है। देश के 30 प्रतिशत वस्तु निर्यात को ईसीजीसी उत्पादों का समर्थन मिलता है। वित्त मंत्री ने कोविड की दूसरी लहर से प्रभावित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये सोमवार को कुछ उपायों की घोषणा की। इनमें यह भी कहा गया है कि निर्यात को समर्थन देने के लिये पांच साल के दौरान ईसीजीसी में इक्विटी पूंजी डाली जायेगी। इससे निर्यात ऋण पर बीमा संरक्षण 88,000 करोड़ रुपये तक और बढ़ा सकेगा। परियोजना निर्यात के मामले में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हमने राष्ट्रीय निर्यात बीमा खाता (एनईआईए) न्यास, को समर्थन देने का फैसला किया है। यह न्यास अब भारतीय एक्जिम बैंक के जरिये अगले पांच साल के दौरान परियोजना निर्यात के लिये अतिरिक्त 33,000 करोड़ रुपये का बीमा उत्तरदायित्व ले सकेगा। ’’ एनईआईए ट्रस्ट ने 31 मार्च 2021 तक 52 देशों में 52,860 करोड़ रुपये के 211 परियोजनाओं को समर्थन दिया है। ये परियोजनायें 63 विभिन्न भारतीय परियोजना निर्यातकों की हैं। एनईआईए ट्रस्ट जोखिम कवर समर्थन देकर मध्यम और दीर्घकालिक अवधि की परियोजना निर्यात को समर्थन देता है।