बर्लिन 16 जून (एपी) यूरोप के साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्हें सेलफोन में इस्तेमाल होने वाले एन्क्रिप्शन एल्गोरिदम में ऐसी खामी का पता चला है जिसने हैकर्स को करीब दो दशक तक उपयोक्ताओं के डेटा पर नजर डालने में मदद की होगी। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह त्रुटि जीपीआरएस या 2जी मोबाइल डेटा मानक को प्रभावित करती है। अधिकांश फोन अब 4जी या 5जी मानकों का उपयोग करते हैं, लेकिन कुछ देशों में डेटा कनेक्शन के लिए जीपीआरएस अब भी विकल्प बना हुआ है। शोधकर्ताओं ने कहा कि किसी गलती की वजह से जीईए-1 एल्गोरिदम में ऐसी कमी होने की गुंजाइश कम है और ऐसा संभवतः जानबूझकर किया गया, ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को “पिछला दरवाजा” मुहैया कराया जा सके और मजबूत एन्क्रिप्शन उपकरण के निर्यात को प्रतिबंधित करने वाले कानूनों का पालन किया जा सके।एपी जतिन अर्पणाअर्पणा