हाइलाइट्सतीन एंटिटीज में एक एचएएल और एलएंडटी का कंसोर्शियम है। दूसरा अडानी-अल्फा डिजाइन, बीईएल और बीईएमएल का कंसोर्शियम है। जबकि भेल (BHEL) ने एकल फर्म के रूप में बोली लगाई है। बेंगलुरूPSLV का कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए कोशिश में जुटीं एंटिटीज में अडानी की अगुवाई वाला समूह और L&T की अगुवाई वाला समूह भी शामिल है। यह पहली बार है, जब किसी उपग्रह के लॉन्च व्हीकल को बनाने के लिए इसरो के बाहर किसी को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा। कॉन्ट्रैक्ट पांच लॉन्च वाहनों के निर्माण के लिए होगा। कई स्रोतों ने टीओआई को पुष्टि की है कि तीन एंटिटीज ने 30 जुलाई को न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) द्वारा जारी एक आरएफपी (प्रस्ताव के लिए अनुरोध) के जवाब में अपनी बोलियां जमा कीं।NSIL अंतरिक्ष विभाग (DoS) के तहत काम कर करने वाली एक अंतरिक्ष-पीएसयू है। इसे शुरू में इसरो की एक वाणिज्यिक शाखा के रूप में माना गया था। बाद में लॉन्च वाहनों के उत्पादन, उपग्रहों के मालिक होने आदि का अधिकार दिया गया। एनएसआईएल ने पांच पीएसएलवी के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (ईओआई) की घोषणा की थी, जिस पर पांच एंटिटीज ने प्रतिक्रिया दी थी। उसी के लिए आरएफपी दिसंबर 2020 में जारी किया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ईओआई के लिए 5 एंटिटीज ने प्रतिक्रिया दी थी। तीन एंटिटीज ने तीन हफ्ते पहले ही आरएफपी के बाद बोलियां जमा की हैं।भेल भी नहीं है पीछेतीन एंटिटीज में एक एचएएल और एलएंडटी का कंसोर्शियम है। दूसरा अडानी-अल्फा डिजाइन, बीईएल और बीईएमएल का कंसोर्शियम है। जबकि भेल (BHEL) ने एकल फर्म के रूप में बोली लगाई है। DoS के अनुसार, यह कॉन्ट्रैक्ट न केवल सरकार की मेक-इन-इंडिया पहल को बढ़ावा देगा, बल्कि हर साल अधिक उपग्रहों को लॉन्च करने की इसरो की क्षमता को भी बढ़ाएगा।