हाइलाइट्स:1 जून को घरेलू उड़ान क्षमता 80 फीसदी से घटाकर 50 फीसदी कर दी गई थी।सरकार ने कोरोना (corona) की दूसरी लहर को देखते हुए यह फैसला लिया था।पिछले हफ्ते उड्डयन मंत्रालय ने इस बारे में एयरलाइंस कंपनियों की राय मांगी थी।एयरलाइंस कंपनियां (airlines companies) घरेलू उड़ानों (domestic flights) में और 15 फीसदी का इजाफा कर सकती हैं। सरकार ने उन्हें इसकी इजाजत दी है। सोमवार को सरकार ने घरेलू उड़ानों की सीमा को कोविड-पूर्व के 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी कर दी। यह फैसला सोमवार (5 जुलाई) से लागू हो गया है। कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद से उड्डयन मंत्रालय (Aviation ministry) घरेलू हवाई किराया और क्षमता में बदलाव करता रहा है।उड्डयन मंत्रालय ने इस बारे में एक ट्वीट किया है। इसमें कहा गया है कि घरेलू हवाई सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए घरेलू उड़ानों की क्षमता 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी की जा रही है। यह आदेश सोमवार से लागू है। यह 31 जुलाई, 2021 या अगले आदेश तक जारी रहेगा। कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) के कमजोर पड़ने के बाद घरेलू उड़ाने बढ़ाने की इजाजत एयरलाइंस कंपनियों को दी गई है। 1 जून को इसे कोविड-पूर्व के 80 फीसदी से घटाकर 50 फीसदी कर दिया गया था। अप्रैल और मई में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट आई थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनकी संख्या बढ़ रही है। SEBI: स्टॉक एक्सचेंज में हुई तकनीकी खामी के लिए लगेगा जुर्माना, जानिए सेबी के नए कानून के बारे में3 जुलाई को घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या करीब 1.6 लाख थी। मई में जब कोरोना की लहर चरम पर थी तब यह संख्या घटकर 50,000 से कम रह गई थी। उड्डयन मंत्रालय (aviation ministry) के संयुक्त सचिव एस के मिश्रा की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि घरेलू उड़ानों की 65 फीसदी क्षमता इस महीने के अंत तक जारी रहेगी। वेदांता ग्रुप इस कंपनी का लाएगा आईपीओ, ग्रे मार्केट में एक हफ्ते में शेयर 40% उछलापिछले हफ्ते उड्डयन मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों की क्षमता बढ़ाने के बारे में एयरपोर्ट ऑपरेटर्स (airport operators) और एयरलाइंस कंपनियों (airlines companies) की राय मांगी थी। ज्यादातर एयरलाइंस ने ज्यादा घरेलू उड़ानों की इजाजत देने की मांग की थी। सिर्फ एक दो कंपनियों ने इसकी मांग नहीं की थी, क्योंकि उनकी वित्तीय स्थिति खराब है। Coronavirus New Variants: भारत में एक नहीं 4 नए वेरिएंट्स का खतरा! जानिए क्या कह रहे वैज्ञानिक