हाइलाइट्सएपल का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंचाएक साल 2 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया थाइस साल कंपनी के शेयर में करीब 30 फीसदी तेजी आई हैभारत की नॉमिनल जीडीपी से ज्यादा हो चुका है मार्केट कैपनई दिल्लीदुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी एपल (Apple Inc) का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच गया है। इस मार्केट कैप के साथ यह जर्मनी के बाद दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी होगी। अमेरिका की इस दिग्गज टेक कंपनी का मार्केट कैप पहले ही भारत की नॉमिनल जीडीपी (GDP) से अधिक हो चुका है। बुधवार को कंपनी का शेयर 1.6 फीसदी की तेजी के साथ 174 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। 3 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल करने के लिए कंपनी के शेयर को 182.85 डॉलर पर पहुंचना होगा।रॉयटर्स के मुताबिक करीब एक साल पहले एपल ने 2 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया था। इस साल इस स्टॉक में 30 फीसदी तेजी आई है जबकि इस दौरान S&P 500 में 25 फीसदी तेजी आई है। पिछले साल कंपनी का शेयर 80 फीसदी उछला था। निवेशक इस पर जमकर पैसा लगा रहे हैं और कोरोना काल में इसे सुरक्षित दाव मान रहे हैं। ट्रिलियन डॉलर क्लब में शामिल कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), ऐमजॉन (Amazon), गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) और टेस्ला (Tesla) में इस साल 10% से 70% तक तेजी आई है।आज हो सकता है Anand Rathi Wealth के शेयरों का अलॉटमेंट, ऐसे चेक करें स्टेटसभारत की जीडीपी से आगेcompaniesmarketcap.com के मुताबिक एपल का मार्केट कैप 2.872 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया है। दूसरी ओर worldpopulationreview.com के मुताबिक भारत की नॉमिनल जीडीपी 2.72 ट्रिलियन डॉलर है। अमेरिका की नॉमिनल जीडीपी का आकार 20.49 ट्रिलियन डॉलर है। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर चीन (13.4 ट्रिलियन डॉलर), तीसरे नंबर पर जापान (4.97 ट्रिलियन डॉलर) और चौथे नंबर पर जर्मनी (4.00 ट्रिलियन डॉलर) है। ब्रिटेन 2.83 ट्रिलियन डॉलर के साथ पांचवें, फ्रांस 2.78 ट्रिलियन डॉलर के छठे और भारत 2.72 ट्रिलियन डॉलर के साथ सातवें नंबर पर है।Hargreaves Lansdown में सीनियर इनवेस्टमेंट और मार्केट्स एनालिस्ट Susannah Streeter ने कहा कि ऐसा लगता है कि एपल इकनॉमिक कारणों के असर से ऊपर उठ चुकी है। इसकी वजह यह है कि यह सही मायनों में मजबूत ब्रांड है। कंपनी आगे जो नए प्रॉडक्ट्स लाने वाली है, वे भी काफी मजबूत हैं। एपल ने 2018 में 1 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया था और दो साल में इसका वैल्यूएशन दोगुना पहुंच गया।Tata Motors, सेल और भेल के शेयरों में करें निवेश, आज आपको हो सकती है शानदार कमाईक्यों बढ़ रहा है शेयरइस स्टॉक को कवर करने वाले अधिकांश एनालिस्ट्स ने इसे buy रेटिंग दी है। इस साल एपल को कुछ समय के लिए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का ताज कुछ दिन के लिए गंवाना पड़ा था। माइक्रोसॉफ्ट ने उसे पीछे कर दिया था। इसकी वजह कंपनी के सीईओ टिक कुक (Tim Cook) का एक बयान था। इसमें उन्होंने कहा था कि कंपनी को स्मार्टफोन और लैपटॉप बनाने के लिए सेमीकंडक्टर्स और कंपोनेंट्स मिलने में दिक्कत हो रही है।दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों की लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट दूसरे नंबर पर है। उसका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से 500 अरब डॉलर कम है। इस लिस्ट में एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) 54वें नंबर पर है। कंपनी का मार्केट कैप 219.08 अरब डॉलर है।