बेंगलूरु: फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) ने कंपनी के कोफाउंडर रहे अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) और उनके परिवार पर करोड़ों रुपये के हेरफेर का आरोप लगाया है। करीब दो महीने तक चले ड्रामे के बाद ग्रोवर ने सोमवार को कंपनी और बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था। कंपनी ने उनके खिलाफ जांच बिठाई थी जिसकी फाइनल रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रोवर और उनके परिवार फंड्स के हेरफेर किया और कंपनी के खातों के पैसों का गबन किया।भारतपे ने एक बयान में कहा कि ग्रोवर कंपनी पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं। ग्रोवर परिवार और उनके रिश्तेदारों ने कंपनी के फंड्स का बेजा इस्तेमाल किया। फर्जी वेंडर्स के जरिए कंपनी के पैसों का हेरफेर किया गया और अपनी जेब भरने के लिए कंपनी के खातों का जमकर दुरुपयोग किया गया। अपने ठाठ के लिए कंपनी के फंड्स का इस्तेमाल किया गया। कंपनी के बोर्ड की मंगलवार शाम को बैठक हुई जिसमें जांच रिपोर्ट पेश की गई।Ashneer Grover vs BharatPe: बड़े बेआबरू होकर अपनी ही कंपनी से रुखसत हुए अशनीर ग्रोवर, इनवेस्टर्स और बोर्ड पर लगाए गंभीर आरोपक्या है मामलाइस साल की शुरुआत में एक ऑडियो क्लिप सामने आया था। इसमें दावा किया गया था कि ग्रोवर कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के एक कर्मचारी के साथ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे मामले ने इतना तूल पकड़ा कि ग्रोवर की छुट्टी हो गई। उन्होंने ईमेल में लिखा, ‘मैं आज भारी मन से लिख रहा हूं कि जो कंपनी मैंने बनाई, मुझे उसे अलविदा कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है। आज मैं गर्व से कह रहा हूं कि यह कंपनी फिनटेक की दुनिया की लीडर है।’Bharatpe-Ashneer Grover row: भारतपे ने अशनीर ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन को बर्खास्त किया, कंपनी के पैसों पर ठाठ करने का आरोपग्रोवर ने कहा कि दुर्भाग्य से 2022 की शुरुआत से ही मुझ पर और मेरे परिवार पर आधारहीन आरोप लगाए गए। ये आरोप ऐसे लोगों ने लगाए जो न केवल मेरी छवि को बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कभी वह भारतीय उद्यमिता का चेहरा हुआ करते थे लेकिन आज उन्हें अकेले ही अपने निवेशकों और मैनेजमेंट के खिलाफ लड़ना पड़ रहा है। दुर्भाग्य से इस लड़ाई में मैनेजमेंट अपनी साख खो चुका है।कारोबार जगत के 20 से अधिक सेक्टर से जुड़े बेहतरीन आर्टिकल और उद्योग से जुड़ी गहन जानकारी के लिए आप इकनॉमिक टाइम्स की स्टोरीज पढ़ सकते हैं। इकनॉमिक टाइम्स की ज्ञानवर्धक जानकारी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।