हाइलाइट्सवोडाफोन आइडिया में निवेश कर सकते हैं कुमार मंगलम बिड़लाIndus Towers में निवेश बेचकर फंड जुटाना चाहता है वोडाफोन ग्रुपप्रमोटरों के पैसा लगाने के बाद कंपनी में आ सकती है बाहर से फंडिंगटेलिकॉम सेक्टर के लिए सरकार के रिलीफ पैकेज से बदल गई स्थितिनई दिल्लीभारी कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के लिए अच्छी खबर है। आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) कंपनी को संकट से उबारने के लिए इसमें अपनी जेब से पैसा लगाने पर विचार कर रहे हैं। साथ ही ब्रिटेन का वोडाफोन ग्रुप (Vodafone Group) टावर फर्म (Indus Towers) में अपना कुछ हिस्सा बेचकर वोडाफोन आइडिया में निवेश कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक दोनों प्रमोटरों के कंपनी में कुछ पैसा लगाने के बाद ही बाहरी फंडिंग आ सकती है।वोडाफोन ग्रुप से करीबी एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वोडाफोन आइडिया में अधिकांश फंडिंग बाहरी स्रोतों से आएगी। कुमार मंगलम बिड़ला इसमें कुछ पैसा लगा सकता हैं। हालांकि यह बहुत ज्यादा राशि नहीं होगी। वोडाफोन ग्रुप के इसमें निवेश की संभावना नहीं है। उसकी इंडस में अपने एसेट्स बेचने की योजना है। निवेशक चाहते हैं कि दोनों प्रमोटर्स कंपनी में पैसा लगाएं। इसके बाद ही बाहर से पूंजी जुटाई जा सकेगी।Petrol Diesel Price: कच्चे तेल में फिर तेजी लेकिन अपने यहां दाम में बदलाव नहींकितना हो सकता है निवेशमीडिया में इस तरह की रिपोर्ट्स आई हैं कि प्रमोटर कंपनी में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश कर सकते हैं लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह राशि इससे बहुत कम होगी। इस बारे में आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन इंडिया ने ईटी के सवालों का जवाब नहीं दिया। वोडाफोन ग्रुप ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। अभी कंपनी में वोडाफोन ग्रुप इंक की 44.39 फीसदी और आदित्य बिड़ला ग्रुप की 27.66 फीसदी हिस्सेदारी है। वोडाफोन ग्रुप की इंडस टावर्स में 28.12 फीसदी हिस्सेदारी है।Bijli Sankat: ताकि दिल्ली में न हो बिजली की किल्लत, केंद्र सरकार ने किया यह जरूरी कामपिछले एक साल से कंपनी निवेशकों को लाने की कोशिश में है। लेकिन कंपनी की 25,000 करोड़ रुपये का फंड जुटाने की योजना अभी तक परवान नहीं चढ़ी है। लेकिन टेलिकॉम सेक्टर के लिए सरकार के रिलीफ पैकेज से स्थिति बदल गई है। इससे कंपनी पर कैश फ्लो को बोझ फिलहाल कम हो गया है और यह निवेशकों के लिए आकर्षक बन गई है। इस पैकेज की घोषणा से पहले आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन ग्रुप ने कंपनी में ताजा निवेश से इनकार कर दिया था।100 अरब डॉलर क्लब में शामिल हुए मुकेश अंबानी, जानिए कौन-कौन हैं इस लिस्ट में!