हाइलाइट्सभारी बकाया होने के बावजूद किसी भी राज्य को कोयले की आपूर्ति कभी नहीं रोकी गईअभी कोल इंडिया के पास 22 दिन का भंडारमानसून लौट रहा है, ऐसे में आपूर्ति और सुधरेगीनई दिल्लीदेश में चल रही कोयले की किल्लत (Coal Crisis) को देखते हुए सरकार ने अगले 5 दिनों में प्रतिदिन कोयला उत्पादन (Coal Production) 19.4 लाख टन से बढ़ाकर 20 लाख टन प्रतिदिन करने का फैसला किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह जानकारी सरकारी सूत्रों हवाले से मिली है। सूत्रों का कहना है कि भारी बकाया होने के बावजूद किसी भी राज्य को कोयले की आपूर्ति कभी नहीं रोकी गई। केंद्र, राज्यों की सभी मांगों को पूरा कर रहा है। पिछले चार दिनों में कोयले का स्टॉक बढ़ने लगा है। एक माह में स्थिति सामान्य हो जाएगी। दैनिक बिजली और कोयले की आपूर्ति में कोई कमी नहीं है। सूत्रों का यह भी कहना है कि कोल इंडिया से स्टॉक उठाने के लिए कोयला मंत्रालय जनवरी से राज्यों को लिख रहा है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। कोल इंडिया एक सीमा तक ही स्टॉक कर सकती है क्योंकि ओवरस्टॉकिंग से कोयले में आग लग सकती है। झारखंड, राजस्थान और पश्चिम बंगाल की अपनी कोयला खदानें हैं, लेकिन वहां बहुत कम या कोई खनन नहीं था।यह भी पढ़ें: राहत भरी खबर! 5 माह के निचले स्तर पर आई खुदरा महंगाई, सितंबर में रही 4.35%अभी कोल इंडिया के पास 22 दिन का भंडार इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी मंगलवार शाम को कहा कि सरकार बिजली उत्पादकों (जेनको) की कोयले की मांग को पूरा करने का भरपूर प्रयास कर रही है। कोयला आपूर्ति अभी 19.5 लाख टन प्रतिदिन की है, जिसे बढ़ाकर 20 लाख टन प्रतिदिन करने का प्रयास किया जा रहा है। जोशी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह देश के इतिहास में सबसे अधिक आपूर्ति है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि यह जारी रहेगी। 2020-21 अक्टूबर या उससे पहले हम 20 लाख टन की आपूर्ति पर पहुंचने का प्रयास करेंगे। यह भी एक रिकॉर्ड होगा।’’ मंत्री ने सभी हितधारकों को कोयले की पर्याप्त आपूर्ति का भरोसा दिलाया। जोशी ने कहा, ‘‘अभी कोल इंडिया के पास 22 दिन का भंडार है। आप जानते हैं कि मानसून लौट रहा है। ऐसे में आपूर्ति और सुधरेगी।’’Input: भाषाFD पर 5.95% तक ब्याज और 50 लाख का फ्री बीमा, इस बैंक में मिल रहा फायदा