हाइलाइट्स:नीतीश कुमार ने बैंकों को क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो बढ़ाने के लिए कहा है। अभी पटना में क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो 39.22 फीसदी है। बिहार में क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो 2020-21 में 40-46 फीसदी रहा। नीतीश कुमार ने कहा है कि क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो को राष्ट्रीय स्तर के लक्ष्य तक लाने की कोशिश करें।नई दिल्लीNitish Kumar to bankers: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्य के बैंकों से एक खास आग्रह किया। उन्होंने कहा कि क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो को राष्ट्रीय स्तर के लक्ष्य तक लाने की कोशिश करें। उन्होंने ये बात राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की 76वीं बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कही।क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो बढ़ाने की अपीलनीतीश कुमार ने कहा कि विकास कार्यों के साथ-साथ अन्य योजनाओं में भी बैंकों की अहम भूमिका है। उन्होंने बैंकों से बिहार के विकास में सहभागिता बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि 2020-21 में राज्य का ऋण-जमा यानी क्रेडिट डिपॉजिट (Credit Deposit) अनुपात 46-40 प्रतिशत रहा है, जबकि पूरे देश का क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात 76.5 प्रतिशत रहा है। इस मामले में लक्ष्य से राज्य काफी पीछे हैं।आखिर कैसे डीजल-पेट्रोल महंगा होने के लिए कांग्रेस है जिम्मेदार, जानिए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने क्या कहा!कुछ राज्यों का क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो 100 फीसदी से ज्यादामुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोगों का पैसा राज्य के बैंकों में जमा होता है, जबकि यहां का पैसा विकसित राज्यों में चला जाता है। उन्होंने बताया कि कुछ राज्य ऐसे हैं, जिसका क्रेडिट-डिपॉजिट रेश्यो 100 प्रतिशत से भी ज्यादा है। बिहार के कई जिलों में यह अनुपात लक्ष्य से काफी कम है। पटना में ऋण-जमा अनुपात 39.22 प्रतिशत है।एमएसएमई क्षेत्र में काफी संभावनाएंनीतीश कुमार बोले कि बिहार में एमएसएमई क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं और इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सहयोग की जरूरत है। कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार राणा, भारतीय रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक एवं प्रभारी बृजराज, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील कुमार ने भी संबोधित किया।Labour Code Effect on Salary: नए लेबर कोड से कर्मचारियों को होंगे ये फायदे, 15 मिनट ज्यादा काम करने पर भी मिलेगा ओवरटाइम!