नई दिल्ली : जी20 सम्मेलन से पहले भारतीय रुपये में तेजी आई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 21 पैसे की बढ़त के साथ 83.02 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के बीच रुपये की धारणा मजबूत हुई। विदेशी मुद्रा कोरोबारियों ने कहा कि रिजर्व बैंक के वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात (आई-सीआरआर) को सात अक्टूबर 2023 तक चरणबद्ध तरीके से बंद करने की घोषणा के बाद डॉलर के मुकाबले रुपये को मजबूती मिली।अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.13 पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 82.91 से लेकर 83.17 के दायरे में रहा। अंत में अपने पिछले बंद भाव से 21 पैसे की बढ़त के साथ 83.02 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की गिरावट के साथ 83.23 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। यह डॉलर के मुकाबले रुपये का अब तक सबसे निचला स्तर था।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप करने और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच रुपये में चार दिनों से जारी गिरावट पर विराम लगा और एशियाई मुद्राओं के बीच इसका प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। घरेलू शेयर बाजारों के बेहतर प्रदर्शन से भी रुपये को समर्थन मिला।’उन्होंने कहा, ‘रुपये में मजबूती के अधिक समय तक रहने की संभावना कम है, क्योंकि कमजोर क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धियों और विदेशी मुद्रा की निकासी से आने वाले दिनों में इसका असर पड़ सकता है।’ इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 फीसदी घटकर 105.01 रह गया।वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.61 प्रतिशत घटकर 90.47 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर कारोबार कर रहा था। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 224.22 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।