नई दिल्ली: विपक्ष ने सीएजी (CAG) की रिपोर्ट में सामने आईं अनियमितताओं को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और उनकी सरकार में हुए भ्रष्टाचार को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देना चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज कहा कि केंद्र सरकार कैग की रिपोर्ट पर जांच करने के लिए तैयार है। लेकिन राज्यों से जो गलत डेटा आया है उसका पाप हमारे मत्थे नहीं आना चाहिए।सीतारमण ने एक चैनल से बातचीत में कहा, ‘कोविड के समय भी जब सरकार जनता के हित में काम कर रही थीं तो विपक्ष ने हर चीज पर उंगली उठाई। कैग ने अपनी रिपोर्ट में जो अनियमितताएं उजागर की हैं, सरकार उनकी जांच कराएगी। लेकिन राज्यों ने जो डेटा गलत दिया है, उसका पाप हमारे मत्थे नहीं आना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए। आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से जलन हो सकती है लेकिन जब वह देश के लिए संदेश देते हैं तो क्या उनका सम्मान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज लाल किले पर हुए समारोह में एक भी कांग्रेसी नेता शामिल नहीं हुआ। मोदी विरोध के कारण विपक्ष का अपने कर्तव्य से हटना शोभा नहीं देता है।CAG ने पकड़ा NHAI का खेल, सरकार ने कहा 18 करोड़ में बनाओ, बना रहा 250 करोड़ मेंमहंगाई पर क्या कहासरकार ने सोमवार को जुलाई में महंगाई के आंकड़े जारी किए। बीते महीने देश में खुदरा महंगाई 7.44 फीसदी रही जो मई 2022 के बाद से सबसे अधिक है। जून में यह 4.81 फीसदी रही थी। जुलाई में सब्जियों खासकर टमाटर की महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आई। इस बारे में सीतारमण ने कहा कि महंगाई के खिलाफ सरकार की लड़ाई और ज्यादा सख्त होने वाली है। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण टमाटर का उत्पादन प्रभावित हुआ है। नेपाल से आयात हो रहा है। दिल्ली और आसपास के राज्यों में 60 रुपये किलो बेच रही है।उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल में पीएम मोदी ने स्थाई सरकार और पारदर्शी सरकार दी है। वह दिनरात जनता के हित में काम कर रहे हैं। लोगों तक सरकार का काम पहुंच रहा है। मोदी का जनता के साथ सीधा जुड़ाव रहता है। मन की बात इसका उदाहरण है। जनता भी बार-बार मोदी पर भरोसा जताती है। उनकी हर योजना दलित, वंचित और शोषित वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई जाती है। डीबीटी की वजह से दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत हुई। सरकार यह पैसा जनता के हित में खर्च कर रही है। जनता मोदी पर भरोसा करती हैं विपक्ष के नाटक पर नहीं।