नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि अरबपति गौतम अडानी की कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों के संबंध में नियामक स्थिति को संभालने के लिए काफी सक्षम हैं और उचित कार्रवाई करेंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों द्वारा संसद की कार्यवाही ठप करने को भी ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया। गोयल ने यहां पत्रकारों से कहा, ”भारत में नियामक बहुत सक्षम हैं और हमारे वित्तीय बाजार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और अच्छी तरह से विनियमित बाजारों में से हैं। नुकसान के संबंध में, यह शेयर बाजार का मूल्यांकन नुकसान है, न कि किसी व्यक्ति या लोगों की संपत्ति का नुकसान।” विपक्षी दलों ने आलोचना की है कि सरकार अडानी मुद्दे पर चर्चा से कतरा रही है, और लगभग 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इस पर गोयल ने कहा कि शेयरों में निवेश और शेयरों में उतार चढ़ाव होता है, यह निवेश का एक हिस्सा है, लेकिन कहीं भी भारत के लोगों को उस स्तर का नुकसान नहीं हुआ है जैसा (100 अरब डॉलर का) उल्लेख किया जा रहा है।Gautam Adani: अडानी के एफपीओ वापस लेने के मामले पर पहली बार बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कही ये बड़ी बातपूरी तरह से सुरक्षित है पैसा मंत्री ने कहा कि वित्तीय संस्थानों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। गोयल ने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) दोनों ने विवरण दिए हैं। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि यह एक निजी कंपनी का मामला है, एक रिपोर्ट जो एक विदेशी एजेंसी द्वारा पेश की गई है, जिसके आधार पर कुछ आरोप लगाए गए हैं। नियामकों को जो भी करने की आवश्यकता है, वे उस पर उचित कार्रवाई करेंगे।” उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में दुनिया में कहीं भी कोई गारंटी नहीं देता है। एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि लेकिन बैंक और वित्तीय संस्थान लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारे नियामक स्थिति को संभालने के लिए बहुत सक्षम हैं।”क्या गौतम अडानी ने अपनी कंपनियों का पैसा एक से निकालकर दूसरे में लगाया? जानिए क्या होती है राउंड ट्रिपिंग, पूरी डिटेलअडानी समूह को 100 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ वित्तीय शोध एवं शेयर खरीद-बिक्री करने वाली कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा 24 जनवरी को जारी रिपोर्ट में शेयर और ऑडिट धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद से अडानी समूह को बाजार मूल्य में 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। समूह ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है और हिंडनबर्ग पर मुकदमा करने की चेतावनी दी है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) कोई कदम नहीं उठा रहा, विपक्षी दलों की इस आलोचना पर गोयल ने कहा, ”विपक्ष का आरोप है, हम नहीं जानते कि वे क्या कदम उठा रहे हैं, वे कौन सी जानकारी एकत्र कर रहे हैं। इस बारे में सिर्फ सेबी ही बात कर सकता है।”