कौन हैं संजय मल्होत्रासंजय मल्होत्रा का जन्म 27 जून 1958 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ । शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के सरदार पटेल स्कूल से हुई। BITS पिलानी से उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। बाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई के लिए वो अमेरिका चले गए। उन्हें बोइस स्टेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। संजय ने साल 1988 में पॉपुलर स्टोरेज ब्रांड सैनडिस्क (SanDisk) की शुरुआत की। वो सैनडिस्क के को फाउंडर थे। उन्होंने साल 2011 से लेकर 2016 तक SanDisk के सीईओ का पद संभाला है।कानपुर से अमेरिका का सफरसाल 2017 में उन्हें माइक्रॉन की जिम्मेदारी मिली। उन्हें कंपनी का सीईओ बनाया गया। उन्होंने इंटीग्रेटेड डिवाइस टेक्नोलॉजी, इंक, एसईईक्यू टेक्नोलॉजी और इंटेल कॉर्पोरेशन में बतौर डिजाइन इंजीनियर के तौर पर काम किया। भारतवंशी संजय मल्होत्रा ने अमेरिका समेत दुनियाभर में भारत का नाम रौशन कर दिया। अब वो भारत के मिशन में साथ दे रहे हैं।खान मार्केट से जुड़ी हैं बचपन की यादेंएक इंटरव्यू में संजय ने अपने बचपन को याद करते हुए बताया था कि कैसे वो अपने दोस्तों के साथ खान मार्केट जाकर चाट, गोलगप्पे खाया करते थे। दिल्ली के जोरबाग में उनका घर था। सरदार पटेल से उन्होंने पढ़ाई की है। स्कूल खत्म होने के बाद वो दोस्तों के साथ खान मार्केट, लोधी रोड जाकर चाट के मजे लेते थे। उन्हें दिल्ली के गोलगप्पे, आलू चाट, पापड़ी चाट और दही भल्ले बहुत पसंद है। खाने के साथ-साथ दिल से देसी संजय कबड्डी खेलने के शौकीन हैं। स्कूल की टीम में वो कबड्डी के कैप्टन थे। बचपन से ही उनकी दिलचस्पी इलेक्ट्रॉनिक्स में थी। उन्होंने अपनी दिलचस्पी को आकार दिया और आज दुनिया की बड़ी कंपनी की कमान संभाल रहे हैं।एक दिन की सैलरी 64 लाखसाल 2022 के माइक्रॉन के वित्तीय रिपोर्ट के मुताबिक संजय मल्होत्रा की सैलरी 28,840,809 डॉलर यानी करीब 237 करोड़ रुपये थी। उनकी बेसिक सैलरी ही करीब 1,409,893 डॉलर थी। इस हिसाब से देखें तो उनकी एक जिन की सैलरी करीब 64 लाख के करीब है।