हाइलाइट्सफ्लाइट बुकिंग हो चुकी है शुरूwww.spicejet.com, स्पाइसजेट मोबाइल ऐप, ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल्स और ट्रैवल एजेंटों से बुक कर सकते हैं टिकटदिल्ली-कुशीनगर-दिल्ली रूट पर Boeing 737 और Q400 एयरक्राफ्टगुरुग्रामप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kushinagar International Airport) का उद्घाटन कर दिया है। इसके साथ ही स्पाइसजेट (SpiceJet) ने कुशीनगर हवाई अड्डे को अपने नेटवर्क पर ऐड करने का ऐलान कर दिया है। कुशीनगर से पहली फ्लाइट 26 नवंबर 2021 को उड़ेगी। स्पाइसजेट कुशीनगर हवाई अड्डे को उड़ान गंतव्य के तौर पर ऐड कर रही है। कंपनी कुशीनगर को उड़ानों के माध्यम से दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से जोड़ेगी। दिल्ली के लिए पहली फ्लाइट 26 नवंबर को चलेगी, वहीं मुंबई और कोलकाता के लिए फ्लाइट 18 दिसंबर 2021 से शुरू होगी।विमानन कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दिल्ली-कुशीनगर-दिल्ली सेक्टर पर फ्लाइट का किराया 3662 रुपये से शुरू होगा। इस रूट पर स्पाइसजेट की उड़ानें सप्ताह में 4 दिन सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को संचालित होंगी। कंपनी की ओर से कहा गया है कि फ्लाइट बुकिंग शुरू हो चुकी है। यात्री www.spicejet.com, स्पाइसजेट के मोबाइल ऐप, ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल्स और ट्रैवल एजेंटों की मदद से टिकट बुक कर सकते हैं। स्पाइसजेट ने दिल्ली-कुशीनगर-दिल्ली रूट पर Boeing 737 और Q400 एयरक्राफ्ट को लगाया है। मुंबई और कोलकाता रूट पर किराया कितना होगा, इसकी डिटेल अभी सामने नहीं आई है।दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और कुशीनगर के बीच फ्लाइट का टाइम टेबलक्यों खास है कुशीनगर कुशीनगर, प्रतिष्ठित शहर के रूप में जाना जाता है जहां भगवान बुद्ध ने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। कुशीनगर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और पूरे भारत व दुनियाभर के बौद्ध तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, “मैं ऐतिहासिक शहर कुशीनगर और इसके निवासियों को निर्बाध घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संपर्क के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं। स्पाइसजेट को इस नई शुरुआत का एक अभिन्न हिस्सा होने पर बहुत गर्व है और स्पाइसजेट 26 नवंबर 2021 से कुशीनगर से उड़ानें शुरू करने वाली पहली भारतीय एयरलाइन होगी।”इंटरनैशनल एयरपोर्ट के जरिए दुनिया से जुड़ा कुशीनगर, पीएम मोदी ने बताया ‘बौद्ध परिपथ’ का महत्व, देखिए