हाइलाइट्स:बेंगलुरू का स्टार्टअप मायरा मुख्य रूप से दवाइयों की 1 घंटे में डिलीवरी पर फोकस्ड था। लेकिन इसे 2019 में खुद को मेडलाइफ को बेचना पड़ा क्योंकि सीमित पूंजी के साथ यह परिचालन जारी नहीं रख सका। मेडलाइफ को बाद में फार्मईजी ने खरीद लिया और एक्सप्रेस डिलीवरी को बंद कर दिया गया। बेंगलुरूऑनलाइन फार्मेसी 1mg एक्सप्रेस डिलीवरी शुरू करने की योजना बना रही है। इसके तहत 1mg दवा ऑर्डर होने के 1 घंटे के अंदर उसे ग्राहक के घर पहुंचाएगी। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। हाल ही में 1mg में टाटा समूह ने बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी नई दिल्ली और गुरुग्राम के कई इलाकों में ऑर्डर प्लेस होने के 4-5 घंटों के अंदर दवाइयों की डिलीवरी की शुरुआत कर चुकी है। अब वह एक्सप्रेस डिलीवरी के जरिए अपनी सर्विस में पूरे भारत में तेजी लाएगी।टाटा द्वारा हिस्सेदारी खरीदे जाने के बाद यह 1mg की पहली बड़ी पेशकश है। दवाइयों की एक या दो घंटे के अंदर ऑन डिमांड डिलीवरी एक चुनौतीपूर्ण टास्क है। इसकी वजह परिचालन लागत में वृद्धि और ऑर्डर का औसतन छोटा साइज है। इंडस्ट्री लोगों का कहना है कि ई-फार्मेसी प्लेटफॉर्म्स पर ऑर्डर का एवरेज साइज 1200-1500 रुपये है, जबकि एक्सप्रेस डिलीवरी में यह 600 रुपये का होगा। अगर प्लेटफॉर्म मिनिमम परचेज साइज लागू नहीं करता है तो ऑर्डर का साइज और भी छोटा हो सकता है।एक्सप्रेस डिलीवरी की बेहद ज्यादा मांगएक सूत्र का कहना है कि 1mg एक घंटे के अंदर दवाइयों की डिलीवरी की सुविधा शुरू करना चाहती है। इसके लिए बेहद ज्यादा मांग है, जो कि महामारी के आने के बाद से बढ़ी है। इसका कारण है कि लोगों को जल्द से जल्द विभिन्न दवाइयों और हेल्थकेयर से जुड़े प्रॉडक्ट्स की जरूरत है। हालांकि एक्सप्रेस डिलीवरी योजना के बारे में 1mg की ओर से काई आधिकारिक कमेंट नहीं मिल सका है।यह भी पढ़ें: महिला कर्मचारी बड़ी उम्र में आसानी से बन सकें मां इसलिए कंपनियां दे रहीं मेडिकल कवर, जानें क्या है एग फ्रीजिंग और कैसे मददगारकुछ ई-फार्मेसी 24 घंटे में तो कुछ 72 घंटों में दवाएं कर रहीं डिलीवरबेंगलुरू का स्टार्टअप मायरा मुख्य रूप से दवाइयों की 1 घंटे में डिलीवरी पर फोकस्ड था। लेकिन इसे 2019 में खुद को मेडलाइफ को बेचना पड़ा क्योंकि सीमित पूंजी के साथ यह परिचालन जारी नहीं रख सका। मेडलाइफ को बाद में फार्मईजी ने खरीद लिया और एक्सप्रेस डिलीवरी को बंद कर दिया गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाला नेटमेड्स 24-48 घंटों में डिलीवरी की स्टैंडर्ड टाइमलाइन की पेशकश करता है। कुछ ई-फार्मेसी प्लेटफॉर्म्स को स्थानीय लॉकडाउन नियमों के आधार पर दवाइयों की डिलीवरी करने में 72 घंटों का भी वक्त लग जाता है।क्या घर में रखे पुराने गहने बेचने के लिए भी हॉलमार्किंग जरूरी? जानें क्या कहते हैं नियम