नई दिल्ली: देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) रिटेल के बाद अब होलसेल मार्केट में भी झंडे गाड़ने की तैयारी में है। रिलायंस ने जर्मनी की रिटेलर कंपनी मेट्रो एजी (Metro AG) के भारतीय बिजनस को 2,850 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए तीन महीने पहले एक डील की थी। कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने हरी झंडी दे दी है। इस डील से रिलायंस को होलसेल मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी। रिटेल इंडस्ट्री में रिलायंस पहले ही अपना सिक्का जमा चुकी है। रिटेल में कंपनी का बिजनस इलेक्ट्रॉनिक्स, ग्रॉसरी और फैशन तक फैला हुआ है।मेट्रो 2003 से भारतीय मार्केट में एक्टिव है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2022 में खत्म हुई फाइनेंशियल ईयर में कंपनी की सेल 7,700 करोड़ रुपये की रही थी। यह कंपनी देश के 21 शहरों में 31 स्टोर चलाती है और रेस्टोरेंट्स तथा छोटे दुकानदारों को सप्लाई करती है। करीब 3500 कर्मचारी हैं। कंपनी के करीब 30 लाख ग्राहक हैं। इसमें से 10 लाख लोग ऐसे हैं, जो मेट्रो के रेगुलर कस्टमर हैं, जो बी2बी ऐप के जरिए खरीदारी करते हैं। जर्मन कंपनी का कहना है कि इस डील से उसे करीब 15 करोड़ यूरो का फायदा होगा।Saudi Aramco Profit: दुनिया में सबसे ज्यादा प्रॉफिट, रिलायंस से दस गुना बड़ा मार्केट कैप, आखिर कौन है यह दुधारू गाय!रिलायंस को क्या फायदा होगामेट्रो के पास स्टोर नेटवर्क का बड़ा जाल है। कंपनी ने खुद को भारत में किराना बाजार का ड़ा खिलाड़ी साबित किया है। ये कंपनी देश में किराना दुकानदारों और छोटे कारोबारियों के लिए वनस्टॉप बनती जा रही है। कंपनी के अधिग्रहण के बाद रिलायंस के रिटेल मार्केट को बड़ा बूस्ट मिलेगा। कंपनी पहले से ही रिलायंस जियो मार्ट, रिलायंस ट्रेंड, स्मार्ट बाजार के साथ रिटेल बाजार में धाक जमाए हुए हैं। रिलायंस रिटेल की कमान मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी के हाथ में है। ईशा अंबानी इस डील में सक्रिय रूप से जुड़ी रही।