नई दिल्लीकेंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। वह मोदी सरकार के सबसे अच्छे काम करने वाले मंत्रियों में शुमार हैं। लेकिन इस बार उनके निशाने पर सरकारी व्यवस्था (govt system) है। उनका कहना है कि देश में अधिकांश परियोजनाओं में देरी का सबसे बड़ा कारण सरकारी सिस्टम है। सरकारी सिस्टम में फैसला न लेना और इसमें देरी करना एक बड़ी समस्या है।गडकरी ने शुक्रवार को SCL इंडिया 2021 कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह किसी के खिलाफ किसी तरह का आरोप नहीं लगा रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि सिस्टम के कारण अधिकांश प्रोजेक्ट अटके हुए हैं। सरकारी सिस्टम में फैसला नहीं लिया जाता है या फिर निर्णय लेने में देरी की जाती है। इस कारण अधिकांश परियोजनाएं अटक जाती हैं और इन्हें पूरा करने में देरी होती है।खड़ूस बॉस विशाल गर्ग की ‘छुट्टी’, जूम पर 900 कर्मचारियों को कर दिया था चलताकाम में देरी बर्दाश्त नहींउन्होंने कहा कि हर जगह फैसला लेने में बहुत देरी होती है। इससे परियोजनाओं की लागत में बेतहाशा बढ़ोतरी हो जाती है। गडकरी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। गडकरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने मेरी अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की है। हम हमेशा देश की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से जुड़े मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करते हैं।’कैसे होगी कोरोना से जंग! सिरिंज बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी ने बंद किए प्लांटगडकरी वक्त के पाबंद और काम के पक्के माने जाते हैं। काम में देरी उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है। वह खुलेआम अधिकारियों पर बरस पड़ते हैं। पिछले साल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से बनाई एक बिल्डिंग में काफी देरी हो गई थी। गडकरी ने तंज भरे लहजे में कहा था कि जिन महान हस्तियों ने 2011 से लेकर 2020 तक इस पर काम किया है, संभव हो तो उन चेयरमैन, सीजीएम और जीएम का फोटो इस ऑफिस में लगा लेना। इन्होंने बिल्डिंग बनाने में नौ साल की देरी की है तो इनका इतिहास भी सामने आना चाहिए।