नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप (Tata Group) की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) अपनी सादगी और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। बिजनस की दुनिया में उनका बड़ा नाम है और कई बार उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग उठ चुकी है। रतन टाटा को एक बार नहीं बल्कि चार बार प्यार हुआ, लेकिन किसी न किसी वजह से उनकी प्रेम कहानी शादी तक नहीं पहुंच सकी। हाल में एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी शादी एक अमेरिकी युवती से होने वाली थी, लेकिन 1962 में भारत-चीन के बीच के कारण उनकी शादी टल गई।रतन टाटा ने Humans of Bombay के साथ इंटरव्यू में कहा कि उन्हें अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक महिला से प्यार हो गया था और दोनों शादी के करीब पहुंच गए थे। लेकिन यह शादी नहीं हो पाई। उन्होंने बेबाकी के साथ इस बात को स्वीकार किया कि इसके बाद भी वह रिलेशनशिप में रहे लेकिन कभी कोई ऐसा नहीं मिला जिसे पत्नी कह सकें। उन्होंने कहा, ‘मैं अमेरिका में ही शादी कर लेता, मगर कर नहीं पाया क्योंकि मुझे भारत आकर अपनी दादी के साथ रहना पड़ा। इसके बाद 1962 में भारत-चीन युद्ध शुरू हो गया। उस समय मेरे पार्टनर को उनके पैरेंट्स ने भारत आने की अनुमति नही दी। इसलिए हमारी शादी नहीं हो पाई।’टाटा ने कहा कि उसके बाद वह रिश्ते में रहे लेकिन कभी कोई ऐसा नहीं मिला जिसे पत्नी कह सकें। रतन टाटा ने कहा कि उनकी जिंदगी आगे बढ़ चुकी है। हालांकि, जब पीछे देखता हूं तो अफसोस नहीं होता है। उस समय मेरे पास बेहद कम समय था। उनका नाम अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल के साथ भी जुड़ा, लेकिन दोनों शादी नहीं कर पाए। रतन टाटा अपने ग्रुप से साल 1961 में जुड़े। अपने करियर की शुरुआत में वह टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम करते थे। 1991 जेआरडी टाटा के रिटायर होने के बाद वह ग्रुप के चेयरमैन बने। रतन टाटा को साल 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण मिला था।