हाइलाइट्सदेश भर के युवाओं में बैंक की नौकरी को लेकर काफी रुझान दिखता हैवहीं ग्रामीण क्षेत्रों के युवा सिर्फ इसलिए पिछड़ जाते हैं, क्योंकि उन्हें अंग्रेजी ठीक से नहीं आतीइसी बीच मोदी सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा आयोजित कराने पर विचार के लिए एक समिति गठित की थीसमिति ने सिफारिश की है कि 12 सरकारी बैंकों की परीक्षाएं हिंदी-अंग्रेजी समेत 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कराई जाएंनई दिल्लीGovt Jobs In Banks: ग्रामीण क्षेत्रों के बहुत सारे युवा अब तक सिर्फ इसलिए पिछड़ जाते थे कि उन्हें अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान नहीं होता था। इसे भारत सरकार ने काफी गंभीरता से लिया है। इसे ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्रालय ने सिफारिश की है कि 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए लिपिकीय भर्तियों समेत तमाम वैकेंसी के लिए परीक्षा अन्य भाषाओं में भी कराई जाए। सिफारिश में कहा गया है कि प्रारंभिक और मुख्य दोनों ही परीक्षाएं हिंदी और अंग्रेजी समेत 13 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित कराई जाएं।वित्त मंत्रालय ने बैंकिंग परीक्षाओं को अन्य भाषाओं में कराए जाने को लेकर एक समिति बनाई थी। इस समिति ने क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षाएं आयोजित कराने का सुझाव दिया है। आईबीपीएस की तरफ से शुरू की गई परीक्षा आयोजित करने की मौजूदा प्रक्रिया को समिति की सिफारिशें आने तक के लिए रोका गया था।अक्टूबर 2021 में पूरे 21 दिन बंद रहेंगे बैंक, पहले से करें पैसे से जुड़ी व्यवस्थासमिति के अनुसार इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के समान अवसर मिलेंगे। साथ ही स्थानीय या क्षेत्रीय भाषाओं के जरिए ग्राहकों के साथ अधिकाधिक जुड़ने में भी मदद मिलेगी। क्षेत्रीय भाषाओं में लिपिकीय परीक्षा आयोजित करने का यह फैसला आगामी एसबीआई वैकेंसी पर भी लागू होगा, जो पहले से विज्ञापित रिक्तियों के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया के पूरा होने के बाद होगा।Green Peas Farming Business Idea: ये खेती सिर्फ 4 महीने में देती है लागत से दोगुना मुनाफा!