नई दिल्ली Shiprocket Funding: लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म शिपरॉकेट ने कहा है कि उसने जोमैटो, टेमासेक और लाइटरॉक इंडिया के सह-नेतृत्व में 185 मिलियन डॉलर (1,380 करोड़ रुपये) सीरीज ई फंडिंग राउंड के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साल 2021 में शिपरॉकेट के तीसरे दौर की फंडिंग का प्रतीक है, जिससे कुल फंड 280 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। शिपरॉकेट में ज़ोमैटो के इस निवेश के बाद बवाल मच गया है यह भी पढ़ें: पैसे से पैसा बनाने का हुनर जानती हैं सनी लियोन, जानिए कहां किया है निवेशनिवेश की घोषणा पर बवाल इंफोसिस के पूर्व सीएफओ टीवी मोहनदास पई ने एक ट्वीट किया है जिसके बाद जोमैटो के इस फंडिंग पर बवाल मच गया है। मोहनदास पई ने आश्चर्य जताया है कि अगर कोई प्रमोटर और लिस्टेड कंपनी दोनों किसी स्टार्टअप में निवेश करते हैं तो यह एक अनोखा मामला है। वास्तव में लिस्टेड कंपनी के फाउंडर दीपेंदर गोयल ने भी उस स्टार्टअप में पहले से निवेश किया हुआ है। कंपनी और प्रमोटर के साझा हित मोहनदास पई के कहने का मतलब यह है कि जोमैटो के संस्थापक दीपेंदर गोयल ने भी शिप रॉकेट में इन्वेस्टमेंट किया हुआ है। गोयल ने हालांकि इन आरोपों का तुरंत खंडन किया और उन्होंने कहा कि शिप रॉकेट में उनका व्यक्तिगत निवेश $1,00,000 का है और जोमैटो के निवेश से पहले उन्होंने अपना निवेश बिना किसी मुनाफे के निकाल लिया है।निवेश से हुआ कंपनी को फायदा इसके साथ ही गोयल ने यह तर्क दिया कि उनके निजी निवेश की वजह से ही शिप रॉकेट और जोमैटो को करीब आने का मौका मिला। गोयल ने कहा कि उन्होंने शिप रॉकेट की लंबी अवधि की संभावनाओं को देखकर दोनों कंपनियों के बीच सामंजस्य बिठाने की कोशिश के तहत यह कदम उठाया था। उन्होंने कहा कि ऐसा संभव है कि आने वाले दिनों में भी वह किसी कंपनी में व्यक्तिगत रूप से निवेश करें और उसमें कंपनी का भी निवेश हो।शिपरॉकेट का बयान शिपरॉकेट के सीईओ और सह-संस्थापक साहिल गोयल ने कहा कि डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स स्पेस में प्रौद्योगिकी सक्षमता का बड़ा रोल है। यह निवेश पिछले 4 साल में पूरी शिपरॉकेट टीम द्वारा की गई कड़ी मेहनत का फल है। नए निवेशक, मूर स्ट्रेटेजिक वेंचर्स और 9यूनीकॉर्न्‍स भी इस दौर में मौजूदा निवेशकों, इन्फोएज वेंचर्स और मार्च कैपिटल के साथ शामिल हैं। 2017 में लॉन्च शिपरॉकेट पिछले 24 महीनों में सबसे तेजी से लाभ कमाने वाली कंपनी है, जबकि पिछले 6 महीनों में अपने एआरआर (वार्षिक रन रेट) को दोगुना कर चुकी है।यह भी पढ़ें: अगर आपके बैंक अकाउंट से हो गई साइबर ठगी तो ऐसे वापस पा सकते हैं अपने पैसेबैंक फ्रॉड में आपकी रकम हुई गायब, चिंता ना करें, यह कदम उठाएं