हाइलाइट्सडीप साइंस (Science) और टेक्नोलॉजी (technology) पर आधारित नए बिजनेसेज को डीप टेक स्टार्टअप कहा जाता है। डीप टेक स्टार्टअप में एवरेज डील साइज (average deal size) बढ़कर इस साल 1.1 करोड़ डॉलर पहुंच गई।भारत में यह सेक्टर हाशिये पर रहा है लेकिन अब इन्वेस्टर्स (Investors) इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं।चेन्नईटेक स्टार्टअप (Startups)के लिए साल 2021 शानदार रहा। इस साल डीप टेक स्टार्टअप ने पिछले साल के मुकाबले दोगुना से ज्यादा निवेश (Investment) हासिल किया। डीप साइंस (Science) और टेक्नोलॉजी (Technology) पर आधारित नए बिजनेसेज को डीप टेक स्टार्टअप कहा जाता है। इस साल 15 दिसंबर तक इन स्टार्टअप ने 133 डील (deal) के जरिए 1.4 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट हासिल किया। पिछले साल इन्होंने 106 डील के जरिए 55.6 करोड़ डॉलर का निवेश हासिल किया था।डीप टेक स्टार्टअप में एवरेज डील साइज (average deal size) भी पिछले साल के 50 लाख डॉलर से बढ़कर 1.1 करोड़ डॉलर पहुंच गई। हालांकि, अब भी कुल इन्वेस्टमेंट डीप टेक स्टार्टअप की हिस्सेदारी सिर्फ 4.5 फीसदी है। 2018 से यह 4 फीसदी के आंकड़े के आसपास बना हुआ है। लेकिन आने वाले सालों में इसके रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।1 जनवरी से लागू हो रहे हैं ये 4 बदलाव; आपकी जेब पर ऐसे होगा असरइन्वेस्टर्स और इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि हालांकि, अभी डीप टेक स्टार्टअप में निवेश कम है, लेकिन इस साल इसमें काफी उछाल दिखा है। महामारी (pandemic) के चलते डिजिटाइजेशन पर बढ़ते जोर के बीच डीप टेक स्टार्टअप में निवेश में इन्वेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ी है। इनफ्लेक्सर वेंचर्स के पार्टनर प्रतीप मजुमदार ने कहा, ‘एक सेक्टर के रूप में डीप टेक रफ्तार पकड़ रहा है। ऐसा दुनियाभर में हो रहा है।’इन 10 लोगों के पास है दुनिया का सबसे ज्यादा पैसा, लिस्ट देख लीजिएउन्होंने कहा कि भारत में यह सेक्टर अब तक हाशिये पर रहा है लेकिन अब नॉन-ट्रेडिशनल इन्वेस्टर्स (non-traditional investors) इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ये इन्वेस्टर्स टेक्नोलॉजी आधारित इन स्टार्टअप के लिए अपार संभावनाओं का फायदा उठाना चाहते हैं। डीप टेक फोकस्ड वीसी फर्मों में लार्ज फैमिली ऑफिसेज अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।इनमें फार्मा, रिटेल, ऑटोमोटिव आदि सेक्टर के इन्वेस्टर्स शामिल हैं। अर्ली-स्टेज डीप टेक फंड पी वेचर्स के फाउंडर मनीष सिंघल ने बताया कि डीप टेक सेक्टर में इनोवेशंस के लिए करोड़ों डॉलर की जरूरत नहीं पड़ती है जैसा कि कंज्यूमर टेक वेंचर्स के साथ है। एग्रीकल्चर, एग्रीटेक स्टार्टअप ने महामारी के दौरान एग्री सप्लाई चेन को एक्टिव रखने में बड़ी भूमिका निभाई।काली मिर्च की खेती में 10,000 की लगाएं पूंजी, फिर कमाएं लाखों में