हाइलाइट्स66 साल के सुन दावू (Sun Dawu)ने 1985 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर कारोबार शुरू किया था।आज दावू ग्रुप (Dawu Group) चीन की टॉप 500 कंपनियों में शामिल हैं। इसमें 900 से ज्यादा लोग काम करते हैं।सुन दावू ने अकूत दौलत कमाई है। लेकिन वह तड़क-भड़क से दूर रहना पसंद करते हैं।नई दिल्लीचीन की सरकार ने दावू ग्रुप के चेयरमैन सुन दावू (Sun Dawu) को 18 साल जेल की सजा सुनाई है। उन पर कई तरह के आरोप लगाए लगाए गए हैं। दरअसल, उन्हें चीन की सरकार (Chinese Government) का आलोचक माना जाता रहा है। इससे पहले अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा (Jack Ma) समेत कई रईस व्यापारियों को सरकार की आलोचना में मुंह खोलना भारी पड़ चुका है। सुन दावू चीन के बड़े कारोबारी हैं। आज दावू समूह में 9000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। आइए जानते हैं सुन दावू के कारोबारी साम्राज्य के बारे में।66 साल के सुन दावू ने 1985 में अपनी पत्नी के साथ मिलकर कारोबार शुरू किया था। तब उनके पास एक हजार चिकेन और 50 पिग्स थे। 10 साल बाद उन्होंने दावू ग्रुप (Dawu Group) की स्थापना की। आज यह चीन की टॉप 500 कंपनियों में शामिल हैं। यह हेबेई प्रांत में कृषि क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है। इसका मुख्यालय 800 एकड़ में फैला है। इसका सालाना रेवेन्यू 45.6 करोड़ डॉलर से ज्यादा है। इस समूह की 28 सब्सिडियरी और ज्वाइंट वेंचर हैं। नाम, लोगो और टैगलाइन बताइए, 15 लाख रुपये तक का इनाम पाइए; सरकार का है कॉन्टैस्टचीन के इस कारोबारी ने अकूत दौलत कमाई है। लेकिन वह तड़क-भड़क से दूर रहना पसंद करते हैं। उनक पास बहुत बड़ा घर नहीं है। उन्होंन खुद के लिए गाड़ी भी नहीं रखी है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों की लोगों की बहुत मदद की है। उन्होंने गांवों में मेडिकल सुविधाओं के साथ ही बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा की भी व्यवस्था की है। उन्होंने ट्विटर पर कहा था कि वह अपने अस्पताल को लोगों से पैसे कमाने की इजाजत नहीं देंगे।बिज़नस न्यूज़Gold Demand: बरकरार है भारतीयों का सोना प्रेम, अप्रैल-जून तिमाही में मांग 19% बढ़ीदावू ने सरकार के कानूनी कार्यकर्ताओं पर ऐक्शन के बीच वकीलों की तारीफ की थी जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। दावू के कर्मचारियों ने अगस्त 2020 में एक सरकारी कंपनी को कंपनी की इमारत गिराने से रोका था। इसके बाद दावू के अलावा 20 और लोगों को हिरासत में लिया गया था और उनके खिलाफ भी ट्रायल हुआ है और उन्हें दोषी करार दिया गया है।इससे पहले इसी साल जनवरी में अलीबाबा के संस्थापक जैक मा गायब हो गए था और माना जा रहा थी कि चीन की सरकार ने उनके रवैये से नाराज होकर उन्हें कैद कर लिया है। हालांकि, बाद में वह सार्वजनिक तौर पर दिखाई दिए थे। उनसे पहले एक प्रॉपर्टी बिजनसमैन रेन झीकियांग भी इसी तरह गायब हो गए थे। उन्होंने कोरोना वायरस की महामारी से खराब तरह से निपटने के लिए राष्ट्रपति शी को ‘जोकर’ कह डाला था। साल 2017 में अरबपति फाइनैंसर शियान जियानहुआ को हॉन्ग-कॉन्ग के एक होटेल से निकालकर चीन लाया गया और तीन साल से ज्यादा वक्त के लिए नजरबंद कर दिया गया था।Ashwagandha Farming: साल में दो बार चार गुना तक मुनाफा मिलता है इस खेती में, लाखों की होती है कमाई