हाइलाइट्स:टाटा मोटर्स के एमडी गुंटर बुशेक 30 जून को अपना पद छोड़ देंगेलेकिन वह वित्त वर्ष 2022 तक कंपनी के कंसल्टेंट बने रहेंगेव्यक्तिगत कारणों से वापस जर्मनी जाने की इच्छा जताईनई दिल्लीटाटा मोटर्स (Tata Motors) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ गुंटर बुशेक (Guenter Butschek) 30 जून को अपना पद छोड़ देंगे लेकिन वित्त वर्ष 2022 तक कंपनी के कंसल्टेंट बने रहेंगे। माना जा रहा था कि उन्होंने एक साल का सेवा विस्तार दिया जा सकता है लेकिन बुशेक ने व्यक्तिगत कारणों से वापस जर्मनी जाने की इच्छा जताई। कंपनी ने उनकी जगह मार्क लिस्टोसेला को एमडी बनाया गया था। लेकिन कंपनी ने अचानक अपना फैसला बदल दिया था और कहा था कि लिस्टोसेला अब कंपनी से नहीं जुड़ेंगे।टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि गुंटर ने 5 साल तक टाटा मोटर्स को नई ऊंचाई पर पहुंचाया और भविष्य के लिए मजबूत नींव रखी। मुझे उम्मीद है कि सलाहकार के तौर पर उनके सुझाव कंपनी को मिलते रहेंगे। बुशेक ने कहा कि 5 साल तक टाटा मोटर्स की अगुवाई करना उनके लिए रोमांचक अनुभव रहा। कंपनी के बिजनस फंडामेंटल्स मजबूत हैं और वह कमर्शियल और पैसेंजर वीकल्स दोनों में अवसरों का फायदा उठाने के लिए तैयार है।वॉरेन बफे ने गेट्स फाउंडेशन के संरक्षक पद से दिया इस्तीफाकौन संभालेगा कमानटाटा मोटर के बोर्ड ने गिरीश वाघ को 1 जुलाई से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनाया है। वाघ कंपनी की कमर्शियल वीकल्स डिवीजन के प्रेजिडेंट हैं। पैसेंजर वीकल डिवीजन की कमान शैलेष चंद्रा के हाथों में ही रहेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि गिरीश वाघ, शैलेष चंद्रा और थियरी बोलोर (Thierry Bollore) चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।जेपी इंफ्राटेक का अधिग्रहण करेगा सुरक्षा समूह, बोली को मिली कर्जदारों और घर खरीदारों की मंजूरीगुंटर बुशेक ने टाटा मोटर्स को नई ऊंचाई पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। घरेलू कंपनियों में सबसे पहले इलेक्ट्रिक कार को भारतीय बाजार में उतारने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी अभी तक इलेक्ट्रिक कार बाजार में लांच नहीं कर पाई है, जबकि टाटा की इलेक्ट्रिक कार सड़कों पर दौड़ रही है। गुंटेर मानते थे कि भविष्य इलेक्ट्रिक कारों का है और यही वजह है कि कंपनी ने इस मोर्चे पर तेजी दिखाई।