नई दिल्लीVehicle Scrappage Policy News: पीएम नरेंद्र मोदी ने व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी (Vehicle Scrappage Policy) लांच कर दी है। कहा जा रहा है कि इससे सभी स्टेकहोल्डर को फायदा होगा। Vehicle Scrappage पॉलिसी से ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री (Manufacturing Industry) को भी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। Pm मोदी ने कहा है कि Vehicle Scrappage नीति से रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा।यह भी पढ़ें: आकाश एयर के कॉकपिट में होंगे बिग बुल, गलतियों की गुंजाइश नहींग्राहकों को क्या है फायदा?नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट दिखाने पर नई गाड़ी खरीदते वक्त 5 फीसदी छूट जाएगी। गाड़ी स्क्रैप करने पर कीमत का 4-6 फीसदी मालिक को दिया जाएगा। इसके साथ ही नई गाड़ी के रजिस्ट्रेशन के वक्त रजिस्ट्रेशन फीस माफ कर दी जाएगी।रोड टैक्स में भी मिलेगी छूट नई स्क्रैप पॉलिसी के तहत नई गाड़ी लेने पर रोड टैक्स में 3 साल के लिए 25 फीसदी तक छूट की बात कही गई है। राज्य सरकारें प्राइवेट गाड़ियों पर 25 परसेंट और कमर्शल गाड़ियों पर 15 परसेंट तक छूट दे सकते हैं।भारत का स्टील आयात घटेगा पीएम मोदी ने बताया कि पिछले साल करीब 23 हजार करोड़ रुपये का स्क्रैप स्टील भारत को आयात करना पड़ा। भारत में जो स्क्रैपिंग अभी तक होती आ रही है, वह प्रोडक्टिव नहीं है। सरकार की बढ़ेगी आमदनी जब लोग पुरानी गाड़ियां स्क्रैप करेंगे और नई गाड़ियां खरीदेंगे तो इससे सरकार को सालाना करीब 40,000 करोड़ का जीएसटी आएगा। इससे सरकार के रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी होगी। स्क्रैप पॉलिसी के दायरे में 20 साल से ज्यादा पुराने लगभग 51 लाख हल्के मोटर वाहन (एलएमवी) और 15 साल से अधिक पुराने 34 लाख अन्य एलएमवी आएंगे। इसके तहत 15 लाख मीडियम और हैवी मोटर वाहन भी आएंगे जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं और इस समय इनके पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं है।इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी से जो वाहन सड़कों से हटेंगे उनमें से एक बड़े हिस्से के इलेक्ट्रिक व्हीकल अपनाने की उम्मीद है। स्क्रैप पॉलिसी की वजह से पुराने वाहन के सड़क से हटने की वजह से प्रदूषण कम होगा। स्क्रैप पॉलिसी की वजह से पुराने वाहन के सड़क से हटने की वजह से ग्राहक का फ्यूल कॉस्ट घट जाएगा। इस वजह से भारत का क्रूड इंपोर्ट भी कम होगा।फिटनेस टेस्ट फेल होने पर?सरकार ने व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी को वॉलिएंटरी व्हीकल मॉर्डनाइजेशन प्रोग्राम (VVMP) नाम दिया है। अगर किसी व्यक्ति की गाड़ी फिटनेस टेस्ट में फेल हो जाती है तो उसे देश भर में 60-70 रजिस्टर्ड स्क्रैप फैसिलिटी में अपनी गाड़ी जमा करना है।पुरानी गाड़ी देने पर क्या?पुरानी गाड़ी देने के बदले ग्राहक को एक डिपॉजिट सर्टिफिकेट मिलेगा जो नई गाड़ी खरीदने पर कई तरह के फायदे देगा। पुरानी गाड़ी की स्क्रैप वैल्यू मिलेगी जो नई गाड़ी की एक्स-शोरूम प्राइस के 5 प्रतिशत के बराबर होगी। पुराने व्हीकल को कबाड़ में देने पर आपको जो डिपॉजिट सर्टिफिकेट मिलेगा, ऑटो कंपनियां उसके बदले आपको नई गाड़ी खरीदते समय एक्स-शोरूम प्राइस के 5% तक का तक का डिस्काउंट देंगी। नई कार पर कितनी छूट?स्क्रैप पॉलिसी के हिसाब से पुरानी कार कबाड़ में देने के बाद अगर आप नई कार खरीदते हैं और नई कार की कीमत ₹500000 है तो आपको डिपॉजिट सर्टिफिकेट दिखाने पर ₹25000 का डिस्काउंट मिलेगा। इसके बाद आपको नए वाहन का रजिस्ट्रेशन कराने में छूट मिलेगी।ग्राहक को कितना फायदा?स्क्रैप पॉलिसी के हिसाब से आपके नए व्हीकल की रजिस्ट्रेशन फीस शून्य हो जाएगी। राज्य सरकारें ग्राहकों को प्राइवेट व्हीकल के लिए 25% और कमर्शियल के लिए 15% तक रोड टैक्स रिबेट दे सकती हैं।सरकार और इंडस्ट्री, दोनों का फायदा नितिन गडकरी ने कहा कि पुरानी गाड़ियों के स्क्रैप में जाने से गाड़ियों में लगने वाला कच्चा माल रिकवर होगा और यह काफी सस्ता होगा। इससे ऑटो कंपनियों की लागत घटेगी और नई गाड़ियों की लागत 40% तक कम होगी, जिसका अंत में फायदा ग्राहक को मिलेगा। स्क्रैप पॉलिसी की मदद से प्रदूषण कम होने से पर्यावरण की स्थिति बेहतर होगी, सड़क पर पुराने वाहनों की वजह से आने वाली समस्या का समाधान होगा और लोगों को पुराने वाहन को स्क्रैप में देने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा। यह भी पढ़ें: टीवी के रिमोट कंट्रोल पर कब्जे की चाहत से कैसे खड़ा हो गया 80,000 करोड़ का बिजनेसभारत में वोडाफोन, फ्यूचर ग्रुप के छह अरब डॉलर के लोन पर क्यों मंडराने लगा है खतरा?