हाइलाइट्सजियो-एयरटेल को टक्कर देने के लिए वोडाफोन की ठोस योजनासालाना कैपेक्स 4 गुना बढ़ाकर 15000 करोड़ करने पर विचारइक्विटी फंडिंग के साथ-साथ प्रमोटर भी लगाएंगे और पैसासितंबर के अंत में कंपनी के पास था 250 करोड़ का कैश बैलेंसनई दिल्लीभारी कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस जियो (Reliance Jio) और सुनील मित्तल की एयरटेल (Airtel) को टक्कर देने के लिए ठोस योजना बनाई है। इसके तहत कंपनी अपने सालाना कैपिटल एक्सपेंडीचर (annual capital expenditure) में चार गुना बढ़ोतरी करने जा रही है। इस पर कंपनी 2 अरब डॉलर यानी 15,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।कंपनी के टॉप मैनेजमेंट ने इस हफ्ते इंटरनल इनवेस्टर्स कॉल में यह बात कही। साथ ही कंपनी में इक्विटी फंडिंग भी की जाएगी। इसमें प्रमोटर भी और पैसा लगाएंगे। यह पहला मौका है जब वोडाफोन आइडिया के सीनियर मैनेजमेंट ने साफ किया है कि कंपनी में प्रमोटर्स और पैसा लगाने जा रहे हैं। कंपनी के प्रमोटरों में ब्रिटेन की वोडाफोन पीएलसी (Vodafone Plc) और आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) शामिल है।मार्च तक फंड जुटाने की उम्मीदBNP Paribas ने एक नोट में वोडाफोन आइडिया के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अक्षय मूंदड़ा के हवाले से कहा कि इक्विटी जुटाने की प्रक्रिया मार्च 2022 तक संपन्न होने की उम्मीद है। साथ ही प्रमोटर्स भी कंपनी में और पैसा डाल सकते हैं। इस नोट में कहा गया है कि कंपनी मैनेजमेंट सालाना कैपेक्स को बढ़ाकर 2 अरब डॉलर करना चाहता है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनी फंड जुटा पाती है या नहीं।आज NTPC और Jain Irrigation जैसे शेयर भर सकते हैं आपकी झोली, निवेश कर कमा सकते हैं मुनाफा!घाटे में चल रही इस टेलिकॉम कंपनी के पास सितंबर के अंत में 250 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस था। कंपनी फंड जुटाने के लिए कई प्राइवेट इक्विटी फर्मों से बात कर रही है। इनमें अपोलो ग्लोबल भी शामिल है। इससे पहले खबर आई थी कि आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला भी वोडाफोन आइडिया में पूंजी डालने पर विचार कर रहे हैं। सरकार ने टेलिकॉम सेक्टर के लिए सितंबर में राहत पैकेज की घोषणा की थी। उससे पहले कंपनी के दोनों प्रमोटर्स ने किसी भी फ्रेश इक्विटी निवेश से इनकार किया था।कब होगी इस इंतजार की इंतेहा…7 लाख से ज्यादा ग्राहक देख रहे अपनी कार का रास्ताकैपेक्स बढ़ाना क्यों है जरूरीवोडाफोन आइडिया में वोडाफोन की 44.39 फीसदी और एबीजी की 27.66 फीसदी हिस्सेदारी है। इस बारे में वोडाफोन और एबीजी ने ईटी के सवालों का जवाब नहीं दिया जबकि वोडाफोन ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वोडाफोन का सालाना कैपेक्स अभी 50 करोड़ डॉलर है जिसे कंपनी बढ़ाकर 2 अरब डॉलर करना चाहती है। कंपनी के 4जी ऑपरेशंस में सुधार के लिए यह बेहद जरूरी है। भारती एयरटेल और रिलायंस जियो का सालाना कैपेक्स अभी करीब 3 अरब डॉलर है।कारोबार जगत के 20 से अधिक सेक्टर से जुड़े बेहतरीन आर्टिकल और उद्योग से जुड़ी गहन जानकारी के लिए आप इकनॉमिक टाइम्स की स्टोरीज पढ़ सकते हैं। इकनॉमिक टाइम्स की ज्ञानवर्धक जानकारी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।