नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठे तूफान के कारण गौतम अडानी की मुश्किल बढ़ती चली गई। कंपनी को भारी नुकसान हुआ, शेयरों के दाम 85 फीसदी से भी अधिक गिर गए। कंपनी का मार्केट कैप 147 अरब डॉलर तक गिर गया। जहां अडानी की कंपनियों पर से निवेशकों का भरोसा उठ रहा था, वहीं उस वक्त विदेश ने उनके लिए मदद का हाथ बढ़ा। GQG पार्टनर्स के को फाउंडर और चेयरमैन राजीव जैन ने अडानी की कंपनी में बड़ा निवेश किया। मार्च 2023 में डूब रहे अडानी समूह की कंपनियों में 15446 करोड़ रुपये का निवेश कर बाजार को हैरान करने वाले राजीव जैन के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। अमीरों की लिस्ट में शामिल दुनिया के अरबपतियों की दौलत आंकने वाली मैगजीन फोर्ब्स ने राजीव जैन को दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल किया है। फोर्ब्स के मुताबिक उनके कुल नेटवर्थ 200 करोड़ डॉलर यानी 1,64,10,70,00,000 रुपये है। फोर्ब्स की बिलेनियर लिस्ट में वो पहली बार शामिल हुए हैं। उनकी दौलत 100 करोड़ डॉलर के पार हो गई है। आपको बता दें कि मुश्किल वक्त में राजीव जैन ने अडानी समूह पर भरोसा दिखाया था। उनके शेयरों में पैसा लगाया था। अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी एंटरप्राइजेज में उन्होंने निवेश किया। इस निवेश ने अडानी के लिए संजीवनी का किया था। इस निवेश के बाद बाकी निवेशकों का भी अडानी समूह पर भरोसा बढ़ा। इस निवेश को लेकर राजीव जैन ने कहा था कि उन्होंने अडानी के जिन शेयरों में पैसा लगाया है वो मल्टीबैगर साबित होंगे।हिंडनबर्ग का साइड इफेक्ट, अडानी की लुटिया डूबी, ब्लॉक इंक का बाल भी बांका नहीं कर पायाउन्होंने कहा कि उस निवेश ने उन्हें 5 सालों में 100 फीसदी रिटर्न मिलने का भरोसा है। जहां अडानी की कंपनियों पर सवाल उठ रहे थे, उस वक्त उन्होंने भरोसा जताया था और निवेश किया। उन्होंने कहा कि अडानी की कंरनियों की वैल्यू उसकी एसेट्स में दिखती है। गौरतलब है कि फोर्ब्स की इस लिस्ट में गौतम अडानी खुद काफी नीचे खिसक गए हैं। फोर्ब्स बिलेनियर्स 2023 की लिस्ट में वो 24वें नंबर पर पहुंच गए। कभी दुनिया के टॉप 3 अमीरों में रहने वाले गौतम अडानी इस लिस्ट में काफी नीचे खिसक गए।