वॉशिंगटनब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू को अगले 14 जुलाई तक एक महिला की ओर से दायर यौन शोषण के मुकदमे में सवालों का जवाब देने के लिए कोर्ट में पेश होना होगा। महिला ने आरोप लगाया था कि जब वह किशोरी थी तब एंड्रयू ने उसका यौन शोषण किया था। मैनहट्टन में अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज लुईस कपलान ने सोमवार के शेड्यूलिंग ऑर्डर में बयानों को पूरा करने की समय सीमा तय की। इस आदेश पर एंड्रयू और आरोप लगाने वाली महिला वर्जीनिया गिफ्रे के वकीलों ने सहमति जताई।गिफ्रे ने कहा था कि ड्यूक ऑफ यार्क ने उन्हें लगभग दो दशक पहले लंदन में घिसलीन मैक्सवेल के घर में यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने एंड्रयू पर मैनहट्टन में दिवंगत फाइनेंसर जेफरी एपस्टीन के घर और एक निजी द्वीप पर भी दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। 61 वर्षीय एंड्रयू ने गिफ्रे के आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है।प्रिंस एंड्रयू: युद्ध के हीरो से यौन शोषण के आरोपी तक, महारानी एलिजाबेथ के इस बेटे के बारे में जानेंमिल चुका है प्लेबॉय प्रिंस का खिताबएंड्रयू के पास गिफ्रे के मुकदमे का औपचारिक रूप से जवाब देने के लिए 29 अक्टूबर की समय सीमा है। 3 नवंबर को अदालत इस मामले पर सुनवाई करेगी। गिफ्रे के पास अपनी शिकायत में संशोधन करने के लिए 15 दिसंबर तक का समय है। ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बेटे प्रिंस एंड्रयू को ब्रिटेन में एक सम्मानित वॉर हीरो से प्लेबॉय प्रिंस का खिताब भी मिल चुका है। ब्रिटिश सिंहासन पर दावेदारी की कतार में प्रिंस एंड्रयू का स्थान नौंवा है। उनके खिलाफ वर्जीनिया रॉबर्ट्स गिफ्रे नाम की एक महिला ने जबरदरस्ती यौन संबंध बनाने का केस दायर किया है।2019 में लगाए थे आरोपवर्जीनिया रॉबर्ट्स गिफ्रे का दावा है कि वह कुख्यात सेक्स ट्रैफिकर और फाइनेंसर जेफरी एपस्टीन की शिकार थी। गिफ्रे ने 2019 में पहली बार बीबीसी को बताया था कि उन्हें ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू के साथ यौन कृत्य करने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने कहा था कि ड्यूक ऑफ यॉर्क से यौन संबंध बनाने के लिए उन्हें जेफरी एपस्टीन ने अपने जाल में फंसाकर भेजा था। गिफ्रे का दावा है कि एपस्टीन ने उन्हें कम उम्र में ड्यूक ऑफ यॉर्क सहित अपने दोस्तों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था।