नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 शिखर सम्मेलन से पहले शुक्रवार को राजधानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार अगले साल गणतंत्र दिवस समारोह के लिए QUAD समूह के नेताओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अंतिम फैसला शीर्ष नेताओं की उपलब्धता के बाद लिया जाएगा। अगर ऐसा हो जाता है तो पीएम मोदी, बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस और जापानी पीएम फुमियो किशिदा एक साथ नजर आएंगे। जाहिर है कि यह ‘यारी’ चीन को कतई पसंद नहीं आएगी। पिछले कुछ समय में लगातार भारत के साथ चीन के संबंधों में गिरावट आई है। एलएसी पर चीन का रुख लगातार आक्रामक बना हुआ है। मोदी सरकार इन महाशक्तिशाली देशों के प्रमुखों को अगर एक जगह एक ही समय पर साथ ले आती है तो यह चीन के लिए बड़ा और कड़ा मैसेज होगा।G20 की शुरुआत से पहले बेहद टाइट है पीएम मोदी का शेड्यूल, देखकर उड़ जाएंगे होश!गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने का निमंत्रण सरकार के नजरिये से बहुत सिंबॉलिक होगा। सरकार गणतंत्र दिवस के लिए अपना मुख्य अतिथि तय करने को रणनीति बना रही है। हर साल मुख्य अतिथि का चुनाव कई कारणों से तय होता है। इनमें रणनीतिक, कूटनीतिक, व्यावसायिक हितों के साथ अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीति का भी ख्याल रखा जाता है। औपचारिक निमंत्रण अमूमन नेताओं की अनौपचारिक उपलब्धता सुनिश्चित करने के बाद ही भेजा जाता है। सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने कहा कि भारतीय पक्ष उसी तर्ज पर काम कर रहा है। क्वाड समूह के सभी तीन नेता जी20 शिखर सम्मेलन के लिए यहां आएंगे। अगले साल क्वाड लीडर्स समिट की मेजबानी करने की बारी भारत की है।तीनों शीर्ष नेताओं के कार्यक्रम बहुत व्यस्तफिलहाल, तीनों नेताओं का आगे का कार्यक्रम काफी व्यस्त है। बाइडेन 2024 के अंत तक चुनावी वर्ष की ओर बढ़ रहे होंगे। अमेरिका में चुनाव से पहले जनवरी में उनका आखिरी स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन होगा। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई सरकार 26 जनवरी को अपना नेशनल डे भी मनाती है। इस दिन वह महाद्वीप पर पहली स्थायी यूरोपीय बस्ती की स्थापना का सम्मान करती है। अल्बनीज गणतंत्र दिवस जैसे सार्वजनिक समारोहों में व्यस्त रहेंगे।जी20 पर भारत का किया था समर्थन… दुनिया में घिरे जिनपिंग तो ड्रैगन ने दी सफाई, मदद का दिया ऑफरजापान का डाइट (संसद) सेशन आमतौर पर जनवरी के आखिरी सप्ताह में चलता रहता है। प्रधानमंत्री किशिदा के बजट सत्र के पहले सप्ताह में वहां मौजूद रहने की उम्मीद है। फिलहाल, अगले साल 150 दिवसीय सत्र 23 जनवरी से निर्धारित है। अगर सभी क्वाड नेताओं को एक साथ लाने की यह योजना सफल होती है तो यह चीन के लिए मजबूत संकेत होगा।चीन के आक्रामक व्यवहार ने चारों को साथ कियाहिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार ने चारों देशों को एक साथ ला दिया है। चारों का साथ आना उसे बहुत ज्यादा अखरेगा। बाइडेन गुरुवार को जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचेंगे। वह शुक्रवार को मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे। शनिवार और रविवार को शिखर सम्मेलन सत्र में भाग लेंगे।