एंड्रॉइड स्मार्टफोन्स में हमेशा से ही वायरस का खतरा रहा है। कई बार हमने ऐसी खबरें सुनी हैं जहां एंड्रॉइड फोन में मैलवैयर और स्पाईवेयर को देखा गया है। ये यूजर्स का डाटा चुराते हैं और फिर उन्हें डार्क वेब पर बेचा जाता है। ऐसा ही एक नया एंड्रॉइड स्पाईवेयर देखा गया है जो एक ऐप में सन 2016 से मौजूद है। ये स्मार्टफोन में मौजूद होता है और यूजर को पता भी नहीं चलता। यह मैलवेयर Spyhide का चेहरा लेकर खुद को छिपाता है। यह एक सर्विलेंस ऐप है जिसे ईरान ने डेवलप किया है। यह दुनियाभर के यूजर्स का प्राइवेट डाटा इक्ट्ठा करता है।ऐप का क्या है नाम:इस सर्विलेंस ऐप का नाम stalkerware है। यह यूजर्स के फोन में प्लांट किया जाता है। यह फोन के होम स्क्रीन पर मौजूद होती है लेकिन यूजर इसे डिटेक्ट नहीं कर पाते हैं। Spyhide मैलवेयर लगातार यूजर्स के फोन कॉन्टैक्ट, मैसेजेज, फोटोज, कॉल लॉग्स, रिकॉर्डिंग और लोकेशन डाटा की रियल टाइम डिटेल्स को अपलोड करता रहता है।M Kavach 2: सरकार का ये टूल Free में हटाएगा Phone से वायरस, ऐसे करें इस्तेमाल, watch videoक्या डाटा किया जाता है कलेक्ट:एक रिपोर्ट के अनुसार, Spyhide सन 2016 से यूजर्स का डाटा चुरा रहा है। जो डाटा इक्ट्ठा किया जाता है उसमें फोटो या वीडियो कब लिया और अपलोड किया गया था, इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। स्पाईहाइड द्वारा एकत्र किए गए डाटा में 3.29 मिलियन टेक्स्ट मैसेज शामिल हैं। इन मैसेजेज में टू स्टेप वेरिफिकेशन कोड और पासवर्ड रीसेट लिंक शामिल हैं। 1.2 मिलियन से ज्यादा कॉल लॉग, करीब 312000 कॉल रिकॉर्डिंग फाइल्स, 925000 से ज्यादा कॉन्टैक्ट लिस्ट और 382000 फोटो शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें 7,50,000 यूजर रिकॉर्ड भी हैं जिन्होंने इस ऐप में साइनअप किया था।कैसे करें चेक और डिलीट:इस ऐप को एंड्रॉइड फोन में ढूंढना मुश्किल हो जाता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि स्पाईहाइड एक कॉग आइकन के साथ Google सेटिंग्स या म्यूजिकल नोट आइकन के साथ टी.रिंगटोन नामक रिंगटोन ऐप के रूप में खुद को छिपाकर रखता है। यूजर्स उन ऐप्स की लिस्ट देख सकते हैं जिन्हें डिवाइस के डाटा के एक्सेस की अनुमति दी जा रही है। इसके लिए सेटिंग्स मेन्यू में जाएं और ऐप लिस्ट खोलें। ऐप्स पर स्क्रॉल करें और जिन ऐप्स के बारे में आपको पता ही नहीं है कि इन्हें डाउनलोड कब किया गया है उन्हें तुरंत अनइंस्टॉल कर दें।