आज पूरी दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल हो रहा है। घर-घर ऑप्टिकल फाइबर और बिना तार वाले मोबाइल फोन पहुंच चुके हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है इन सभी इंटरनेट से जुड़ी चीजों को विकसित करने में भारतीयों का योगदान रहा है। जी, हां आज हम स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीयों के ऐसे आविष्कार के बारे में बताएंगे, जिसे जानकर आपकी सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से…यूएसबीजिस यूएसबी केबल का इस्तेमाल मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर में इस्तेमाल करते हैं, उसका आविष्कार एक भारतीय व्यक्ति ने किया था। इसका नाम अजय वी. भट्ट था। अजय वी भट्ट भारतीय-अमेरिकी कंप्यूटर आर्किटेक्ट थे, जिन्हें यूएसबी को बनाया था, जिसे आज पूरी दुनिया इस्तेमाल करती है।वायरलेस संचार तकनीकवायरलेस यानी बिना तार फोन कॉल से लेकर सभी तरह की कनेक्टिविटी रेडियो तरंगों पर बेस्ड होती है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि इसका आविष्कार एक भारतीय सर जगदीश चंद्र बोस ने किया है। इन्होंने साल 1895 में कम्युनिकेशन के लिए रेडियो तरंगों का इस्तेमाल किया था। यही वजह है कि सर जगदीश चंद्र बोस को वायरलेस संचार तकनीक का आविष्कार कहा जाता है।WhatsApp Web पर अब लॉग इन करने के लिए QR Code स्कैन करना नहीं पड़ेगा, देखें वीडियोयूपीआईयूपीआई यानी इंस्टैंट ऑनलाइन मनी ट्रांसफर सिस्टम भारत ने दुनिया का उपलब्ध कराया है। यह सबसे फास्ट और भरोसेमंद पेमेंट गेटवे है। जिसका तेजी से दुनियाभर में विस्तार हो रहा है। यूपीआई को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई की तरफ से विकसित किया गया है।ऑप्टिकल फाइबरइंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए ऑप्टिकल फाइबर जरूरी है। मतलब आज के वक्त में इंटरनेट पहुंचाने के लिए ऑप्टिकल फाइबर जरूरी हो गया है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि ऑप्टिकल फायर की खोज नरिंदर सिंह कपानी ने की थी, जिनका जन्म पंजाब के मोगा में हुआ था, वो भौतिक विज्ञानी थे, जिन्हें ऑप्टिकल फाइबर का जनक कहा जाता है।