स्मार्टफोन का जमाने में फीचर फोन की धूम! बिक्री में 9 फीसद की बढ़ोतरी, जानें वजह? – feature phone sale hike in india upto 9 percent know the reason

आज के दौर में स्मार्टफोन की भारी डिमांड है। सभी बड़े स्क्रीन वाले मोबाइल फोन खरीद रहे हैं। लेकिन इस दौरान में एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है, जहां आज भी देश में फीचर फोन की भारी डिमांड देखी जा रही है। साइबरमीडिया रिसर्च यानी सीएमआर की रिपोर्ट की मानें, तो साल दर साल फीचर फोन मार्केट की बिक्री में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। साल 2023 की दूसरी तिमाही में फीचर फोन की बिक्री में 9 फीसद तक की ग्रोथ दर्ज की गई है। ऐसे में साफ है कि भारत में 2जी नेटवर्क वाले फीचर फोन का बड़ा मार्केट शेयर मौजूद है। इसमें 4जी फीचर फोन के शिपमेंट में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है।फीचर फोन की बढ़ी डिमांडरिपोर्ट की मानें, तो 4जी फीचर फोन के शिपमेंट में करीब 108 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई है। भारत में जिन 4जी स्मार्टफोन की सबसे ज्यादा डिमांड देखी जा रही हैं, उसमें नोकिया 8000 4जी, नोकिया 106 4जी और आईटेल मैजिक एक्स प्रो शामिल है। ऐसा माना जा रहा है कि भारत में 4जी स्मार्टफोन की साल 2023 में भारी डिमांड रहेगी। इसमें जियोभारत के फीचर फोन की भी बड़ी हिस्सेदारी हो सकती है।Redmi 12 Global Event: स्मार्टफोन 4G और 5G समेत टीवी और नेकबैंड लॉन्च, देखें वीडियोकिसका कितना मार्केट शेयरआईटेल भारत में बिकने वाला सबसे बड़ा स्मार्टफोन ब्रांड है। इसकी हिस्सेदारी 35 फीसद है। इसके बाद 30 फीसदके साथ लावा का नंबर आता है। फिर 11 फीसद के साथ नोकिया और 4 फीसद के साथ कार्बन मोबाइल और सैमसंग की हिस्सेदारी 3 फीसद है। हालांकि सैमसंग की शिपमेंट में 74 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। वही आईटेल और लावा के शिपमेंट में 29 फीसद की बढ़ोतरी रही है, जबकि नोकिया शिपमेंट में 39 फीसद की ग्रोथ रही है।5जी स्मार्टफोन की डिमांडभारत में 5जी स्मार्टफोन के शिपमेंट में 47 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई है। साल 2023 की दूसरी तिमाही में 5G शिपमेंट में करीब 45 फीसद की ग्रोथ रही है। जबकि ओवरऑल मार्केट शिपमेंट 6 फीसद कम हो गया है।भारत के 5जी स्मार्टफोन मार्केट में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी सैमसंग की रही है। सैमसंग 24 फीसद हिस्सेदारी के साथ टॉप पर कायम है। इसके बाद 20 फीसद हिस्सेदारी के साथ वनप्लस और 15 फीसद के साथ शाओमी आता है। इसके अलावा रियलमी की हिस्सेदारी 12 फीसद और ओप्पो की हिस्सेदारी 10 फीसद रही है।